जयपुर. राजस्थान में 'आप' के प्रदेश सचिव देवेंद्र शास्त्री ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान (Aam Aadmi Party Devendra Shastri) कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली पर कटाक्ष किया. आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव और प्रदेश अध्यक्ष कार्यभार संभाल रहे देवेंद्र शास्त्री ने 12 दिसंबर को होने वाली कांग्रेस की महंगाई रैली को लेकर कहा कि दिल्ली में कांग्रेस को इसकी परमिशन नहीं मिली तो अपनी सुविधा के हिसाब से इसे राजस्थान के जयपुर में करना तय कर लिया गया. लेकिन एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल को इस तरह हथियार नहीं डालना चाहिए.
वहीं, जयपुर में कांग्रेसी रैली कर रही है तो पहले गहलोत सरकार को बताना चाहिए कि राजस्थान में महंगाई कम करने के लिए कांग्रेस ने क्या किया. शास्त्री के अनुसार (AAP Targeted Gehlot Government) आज सबसे ज्यादा महंगी बिजली और महंगा पेट्रोल-डीजल (Fuel Price Hike in Rajasthan) राजस्थान में ही मिल रहा है, इससे आमजन परेशान है.
कोरोना संक्रमण की नहीं है चिंता : देवेंद्र शास्त्री के अनुसार चाहे कांग्रेस हो या फिर बीजेपी, दोनों ही राजनीतिक दलों को कोरोना संक्रमण की चिंता नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक दल केवल अपने एजेंडे की पूर्ति में जुटे हैं. इस दौरान शास्त्री ने कोरोना की लहर के दौरान मध्य प्रदेश में हुए चुनाव का भी उदाहरण दिया. जयपुर में हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे और अब 12 दिसंबर को होने वाली कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली को लेकर भी आम आदमी पार्टी ने आपत्ति जताई.
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हथियार नहीं डाले, पांच राज्यों के चुनाव के बाद भरेंगे हुंकार : आम आदमी पार्टी प्रदेश सचिव देवेंद्र शास्त्री के अनुसार राजस्थान में धरियावद और वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव और निकाय व पंचायत राज चुनाव में भले ही आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हों, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आम आदमी पार्टी ने अपने हथियार डाल दी हो. शास्त्री कहते हैं कि अभी पार्टी का पूरा फोकस पंजाब, यूपी और गुजरात सहित पांच राज्यों में होने वाले चुनाव (Assembly Elections in Five States) पर है और उसके बाद राजस्थान में भी 'आप' हुंकार भरेगी.
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26 जिलों में संगठन खड़ा, जल्द बनेगा प्रदेश अध्यक्ष : राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 145 सीटों पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी चुनाव लड़े थे, लेकिन उसके बाद लोकसभा चुनाव को छोड़ दिया जाए तो बाकी के अन्य चुनाव में आम आदमी पार्टी ने मैदान खाली छोड़ दिया. पिछले दिनों जरूर श्रीगंगानगर सहित कुछ स्थानों पर पार्टी ने बड़ी रैली की थी, लेकिन संगठनात्मक रूप से राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष का पद ही लंबे अरसे से खाली चल रहा है.
वहीं, जैसलमेर, बांसवाड़ा, सिरोही सहित 6 जिले ऐसे हैं जहां आम आदमी पार्टी का जिला अध्यक्ष तक नहीं है. हालांकि, पार्टी दावा तो राजस्थान में तीसरे विकल्प का करती है, लेकिन संगठनात्मक रूप से मजबूती देने पर काम अब तक शुरू नहीं हो पाया. शास्त्री भाजपा और कांग्रेस के बाद राजस्थान में आम आदमी पार्टी का संगठन विस्तार की दृष्टि से बड़ा बताते हैं. उनके अनुसार पंजाब और यूपी चुनाव के बाद राजस्थान में बचे हुए जिलों में संगठन अध्यक्ष और प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति का काम पूरा कर दिया जाएगा.