जयपुर. राजस्थान भाजपा में अगले मुख्यमंत्री के चेहरे (CM candidate in Rajasthan BJP) की अंदरूनी जंग के बीच अब एक ऐसा समर्थक सामने आया है जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता. आलम यह है की सरदारशहर से एक समर्थक ने तो अगले चुनाव में खुद को भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा बताते हुए स्टांप पर एफिडेविट बनाकर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उपनेता राजेन्द्र राठौड़ को ही अपना प्रार्थना पत्र थमा डाला. घटना ही ऐसी थी कि पूनिया और राठौड़ भी हक्के बक्के रह गए.
हाथों में प्रार्थना पत्र और 50 रुपए के स्टांप पर एफिडेविट लेकर प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुंचा यह समर्थक सरदारशहर का रहने वाला शंकर नाथ जोगी है. बुधवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और उप नेता राजेंद्र राठौड़ जब मौजूद थे, तब शंकरनाथ यहां पहुंचा और उन्हें अपना प्रार्थना पत्र थमा दिया. प्रार्थना पत्र में अगले विधानसभा चुनाव में शंकर नाथ जोगी ने बीजेपी की टिकट की मांग की. साथ ही 50 रुपए के स्टांप पर बनवाए गए एफिडेविट की कॉपी भी पूनिया को थमा दी और अगले मुख्यमंत्री पद के लिए आवेदन भी कर डाला.
हालांकि घटना ऐसी थी जिसे देखकर पहले तो यह नेता अचंभित हुए और फिर इनकी हंसी भी छूट गई. खैर काफी देर तक टिकट की उम्मीद और अगले मुख्यमंत्री पद को लेकर आश्वासन की आस में यह कार्यकर्ता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और प्रतिपक्ष के उपनेता के आसपास के चक्कर काटता रहा और कुछ देर बाद वहां मौजूद मीडिया के समक्ष भी अपनी बात रख डाली.
शंकर नाथ कहते हैं कि टिकट मांगना तो उनका हक है. इसलिए मांग लिया और जहां तक मुख्यमंत्री पद की बात है तो प्रधानमंत्री मोदी जी चाहें तो उसे मुख्यमंत्री बना सकते हैं. शंकर नाथ पांचवी पास है और खुद को सामाजिक कार्यकर्ता भी बताता है. बीजेपी की विचारधारा का कट्टर समर्थक बताते हुए टिकट की मांग भी करता है. इसका कहना है कि एनआरसी और सीए के समर्थन में इसने आंदोलन भी किया था. ऐसे में नहर से जुड़ी जो समस्या के उसके क्षेत्र में है, उसका समाधान वो जनप्रतिनिधि और मुख्यमंत्री बन कर कर सकता है. वह कुछ देर बीजेपी मुख्यालय में रहा, लेकिन जैसे ही यहां मौजूद कुछ अन्य पदाधिकारियों को इसकी जानकारी मिली, तो इसे कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया.
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अलबत्ता राजस्थान में विधानसभा चुनाव को करीब 2 साल का समय बाकी है और उसमें भी पार्टी किसे टिकट देगी वह अभी तय नहीं है. भाजपा यदि अगली बार सरकार बनाएगी, तभी मुख्यमंत्री के चेहरे पर भी कोई चर्चा होगी. लेकिन अभी यह सब बातें बेमानी हैं. यही कारण है कि भाजपा से जुड़े मौजूदा पदाधिकारियों ने जब इस शख्स को देखा और उसकी बातें सुनी तो दबे में यही भी कहते नजर आए कि शायद इसका दिमाग खिसक गया है. खैर जो घटनाक्रम हुआ, उसके बाद अब यह साफ हो चुका है कि राजस्थान भाजपा में अगले मुख्यमंत्री के चेहरों की कोई कमी नहीं है.