जयपुर. राजस्थान के करीब 85 हजार शिक्षक अपने तबादले की राह देखते रहे हैं. ऐसे शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लेने के बावजूद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी तबादलों के लिए कोई फार्मूला तय नहीं कर पाए. अब तबादलों के लिए दी गई छूट की अवधि खत्म होने के बाद प्रदेश के करीब 85 हजार शिक्षकों के एक बार फिर मायूसी हाथ लगी है. ऐसे में अब शिक्षक संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
तबादलों के लिए दी गई छूट की अवधि खत्म होने के बाद भी प्रदेश के करीब 85 हजार शिक्षकों के हाथ खाली हैं. जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने 14 जुलाई से 14 अगस्त तक तबादलों पर लगी रोक हटाई थी. इसी समय शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Education Minister Govind Singh Dotasara) ने इस अवधि में शिक्षक ग्रेड-3 के भी तबादले करने के लिए बाकायदा एक फार्मूला भी तय करने की बात कही थी. इस बीच शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लिए गए. जिसमें करीब 85 हजार शिक्षकों ने तबादलों के लिए आवेदन किया था.
इसके बाद दो बार में तबादलों पर छूट की अवधि 30 सितंबर तक बढ़ा दी गई थी. इससे शिक्षकों को उम्मीद बंधी थी कि इस बार उनकी बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होगी लेकिन 30 सितंबर को तबादलों के लिए दी गई छूट की समयावधि खत्म होने के बाद शिक्षकों में आक्रोश है.
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ऐसे में अब राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हरपाल दादरवाल का कहना है कि उन्होंने शिक्षक ग्रेड-3 के तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से गुहार लगाई है. मांग की गई है कि शिक्षक ग्रेड-3 के तबादले कर इन शिक्षकों को दीपावली का तोहफा दिया जाए. यदि जल्द इनकी तबादला सूचियां जारी नहीं होती है तो राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ के बैनर तले हजारों शिक्षक जयपुर में महापड़ाव (Teachers Mahapadav in Jaipur) डालेंगे.