जयपुर. ऑपरेशन क्लीन स्वीप के जरिए जयपुर पुलिस की ओर से जिले में फैले नशे को जड़ से मिटाने का प्रयास किया जा रहा है. मादक पदार्थों के खिलाफ शुरू की गई जयपुर पुलिस की यह मुहीम रंग भी लाने लगी है, लेकिन नशे की लत में फंसे युवा अब भी जयपुर पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम अवैध मादक पदार्थ तस्करों पर शिकंजा कसने का काम कर रही है.
राजधानी जयपुर में युवा नशे की जद में फंसते नजर आ रहे हैं. युवाओं को नशे से बचाने और अपराध नियंत्रण करने के मकसद से जयपुर पुलिस का ऑपरेशन क्लीन स्वीप जारी है. ऑपरेशन क्लीन स्वीप के जरिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने 637 मुकदमें दर्ज कर 815 नशे के सौदागरों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है.
युवाओं को नशे की जद से निकालने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से शुरू किया गया ऑपरेशन क्लीन स्वीप रंग लाने लगा है. युवाओं को नशे की लत से बचाने और क्राइम कंट्रोल करने के मकसद से शुरू किए गए, इस ऑपरेशन के तहत जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने अब तक करीब 637 मामले राजधानी जयपुर में दर्ज किए हैं. इसके अलावा जयपुर पुलिस की सूचना पर जिले के बाहर अन्य जिलों में भी कई मामले दर्ज कर कार्रवाई की गई है. इन मामलों में करीब 815 मादक पदार्थ तस्करों और पैडलरों को गिरफ्तार कर करोड़ों रुपयों के मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं.
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माना जा रहा है कि शहर के युवा नशे में धुत होकर एक से बढ़कर एक क्राइम को अंजाम दे रहे हैं. अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए युवा चोरी, लूट, हत्या सरीखी वारदातों को भी अंजाम दे रहे हैं. नशे के सौदागर बेखौफ शहर की गली, मोहल्लों में अपना जाल फैलाकर युवाओं को मादक पदार्थों की लत लगा रहे हैं. बढ़ते अपराध पर लगाम कसने के लिए अब पुलिस ने शहर को ड्रग फ्री करने की मुहीम तेज कर दी है. राजधानी में उड़ीसा, बंगाल, आंध्रप्रदेश, बिहार, झारखण्ड और छत्तीसगढ़ से तस्कर मादक पदार्थ लाकर शहर के पैडलरों को बेच रहे हैं. जल्द पैसा कमाने के लालच में पैडलर शहर के युवाओं को नशीले पदार्थ बेच रहे हैं. 23 सितंबर साल 2019 से शुरू किए गए ऑपरेशन क्लीन स्वीप के जरिए युवाओं को ड्रग तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही युवाओं को जागरूक करने और ड्रग एडिक्ट युवाओं को ड्रग्स की लत से बाहर निकालने का प्रयास कर रही है.