जयपुर. प्रदेश के आठ लाख कर्मचारियों का एक दिन का वेतन हर महीने कट सकता है. मुख्य सचिव राजीव स्वरूप के साथ कर्मचारी महासंघ की हुई बैठक में यह संकेत मिले हैं. साथ ही यह भी संकेत मिले कि 1 दिन की वेतन कटौती जब तक कोरोना वायरस है तब तक जारी रह सकती है. हालांकि सरकार के इस फैसले के बाद कर्मचारी कह रहे हैं कि हम तो मांगने गए थे, यहां तो सरकार ने उलटा काटने के संकेत दे दिए.
दरअसल, प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बीच सरकार की आर्थिक हालत को देखते हुए फाइनेंस विभाग ने इस बात का प्रस्ताव तैयार किया है कि प्रदेश में जब तक कोरोना संक्रमण का प्रभाव रहता है, तब तक कर्मचारियों के वेतन से हर महीने 1 दिन की कटौती की जाए. कर्मचारी महासंघ के नेता गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि कोरोना संकट के चलते कर्मचारी हमेशा सरकार के साथ हर स्तर पर मदद करने के लिए खड़े हैं.
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इससे पहले भी कर्मचारियों ने सरकार को अपनी वेतन कटौती के लिए सहमति दी थी. लेकिन इस बार कर्मचारी सरकार के पास अपनी वेतन विसंगति सहित अन्य मांगों को लेकर गए थे. लेकिन बैठक में मुख्य सचिव और प्रिंसिपल सेक्रेटरी वित्त विभाग ने इस बात के संकेत दिए कि कर्मचारियों को कोविड-19 के समय सरकार की आर्थिक सहायता करनी चाहिए.
गजेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्य सचिव राजीव स्वरूप के साथ कर्मचारियों की हुई बैठक में यह संकेत दिए गए कि संकट के चलते सरकार की व्यवस्था करनी पड़ी है. ऐसे में सरकारी कर्मचारी को वेतन कम मिले तो इसमें उनका सहयोग जरूरी है. इस पर महासंघ के नेताओं ने कहा कि पांचवी अनुसूची के तहत जो वेतन कटौती हो रही है, उसे वापस लिया जाए ओर कटौती को खत्म कर दिया जाए. ऐसे में सरकार की ओर से 1 दिन के कुल कटौती का कोई एतराज नहीं होगा. सरकार को चाहिए कि वह कर्मचारियों की मांगों का पूरा ध्यान रखे.