जयपुर. प्रदेश भर में 16 जनवरी को कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी. अब तक डेढ़ करोड़ से अधिक लाभार्थियों को राजस्थान में वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसके अलावा प्रदेश में 18 से 44 साल की आयु के लाभार्थियों को भी वैक्सीन लगाई जा रही है लेकिन इसी बीच वैक्सीन की डोज भी बर्बाद हो रही है. अब तक प्रदेश में करीब 7 फीसदी वैक्सीन की डोज खराब हो चुकी है.
चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में सबसे अधिक चूरू जिले में वैक्सीन की डोज खराब हुई है. आंकड़ों की बात करें तो चूरू जिले में 39.37, हनुमानगढ़ में 24.60, भरतपुर में 17.13, कोटा में 16.71, चित्तौड़गढ़ में 11.81, जालोर में 9.63, सीकर में 8.83, अलवर में 8.32, धौलपुर में 7.89, अजमेर में 6.75, दौसा में 6.65, सवाई माधोपुर में 6.43, झालावाड़ में 6.31 डोज खराब हो चुकी है.
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बूंदी में 5.81, बाड़मेर में 5.78, नागौर में 5.43, बीकानेर में 5.07, जयपुर प्रथम में 4.67, करौली में 4.59, टोंक में 4.36, डूंगरपुर में 3.41, बारां में 3.38, पाली में 2.92, जोधपुर में 2.75, राजसमंद में 2.07, भीलवाड़ा में 1.72, प्रतापगढ़ में 1.36, सिरोही में 1.33, जयपुर सेंकड में 1.31 डोज अब तक खराब हो चुकी है.
राजस्थान में अब तक वैक्सीनेशन की बात की जाए तो 1 करोड़ 56 लाख 77 हजार 180 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. हालांकि, मौजूदा समय में वैक्सीन की किल्लत प्रदेश में बनी हुई है. ऐसे में बीते कुछ दिनों से वैक्सीनेशन से जुड़ा कार्यक्रम भी प्रभावित हुआ है.