जयपुर. शहर में दवाओं की कालाबाजारी रोकने और निर्धारित दर से अधिक की वसूली पर अंकुश लगाने के लिए बनाई गए औषधि नियंत्रक दल की कार्रवाई निरतंर जारी है. इस दल ने बुधवार को शहर के कई मेडिकल स्टोर्स का आकस्मिक निरीक्षण किया. इनमें से 7 स्टोर्स पर अनियमितताएं मिलने पर उनके लाइसेंस 3 से 21 दिनों तक के लिए निलंबित किए गए हैं.
सहायक औषधि नियंत्रक दिनेश तनेजा ने बताया कि टीम ने शहर के कुछ मेडिकल स्टोर्स पर बोगस ग्राहक भेजकर बिना चिकित्सकीय परामर्श के कोरोना के इलाज की दवाइयां मांगी. स्टोर्स संचालकों ने बिना चिकित्सीय परामर्श पत्र मांगे और बिना बिल के दवाएं ग्राहक को दे दी. इनकी गहनता से जांच करने पर बिना बिल के और रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति में इन औषधियों का बेचान करना, कोरोना महामारी में काम आने वाले उपकरण, मास्क इत्यादि की मनमानी कीमतें वसूलना सहित कई अनियमितताएं पाई गईं.
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तनेजा ने बताया कि आदर्श नगर के यूनिक मेडिकोज और जैन मेडिकल एंड प्रोविजन स्टोर, एसएमएस अस्पताल के पास स्थित हीना मेडिकल एंड प्रोविजन स्टोर, मानसरोवर के पदमा मेडिकोज एंड जनरल स्टोर, भट्टा बस्ती के जिक्र फार्मेसी एंड जनरल स्टोर, प्रताप नगर के चौधरी मेडिकल एंड प्रोविजन स्टोर और जगतपुरा के श्री मेडिकल्स का लाइसेंस कुछ दिनों के लिए निलंबित किया गया है. इन दिवसों में ये मेडिकल स्टोर्स आमजन के लिए बंद रहेंगे.