जयपुर. राजस्थान एसओजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए साल 2021 में आयोजित की गई जेट परीक्षा (joint entrance test) में अपने स्थान पर डमी अभ्यर्थी बिठाने वाले 6 युवकों को गिरफ्तार किया है. एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि आईपीसी की धारा 419, 420, 120 बी, धारा 3/6 राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों पर रोक) अधिनियम 1992 के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. एसओजी ने कार्रवाई करते हुए जितेंद्र कुमार यादव, राहुल कुमार यादव, अंकित जाट, कृष्ण कुमार यादव, निर्मल यादव और रविंद्र यादव को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने किसी संगठित गिरोह से संपर्क कर परीक्षा में अपने स्थान पर डमी अभ्यर्थी बैठाए और उच्च रैंक हासिल की है.
ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा: जेट परीक्षा 2021 में शामिल हुए अभ्यर्थी जिन्होंने 12वीं कक्षा में जो विषय पढ़ा (JET Exam Fraud Case in Rajasthan) भी नहीं था, उस विषय में परीक्षा दी और उच्च रैंक भी हासिल किया. इसके साथ ही कुछ अभ्यर्थियों के दसवीं कक्षा में काफी कम अंक आने के बावजूद भी उन्होंने जेट परीक्षा में 200 के अंदर रैंक प्राप्त किए. जिसके चलते जेट समन्वयक प्रकोष्ठ ने इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए कमेटी का गठन किया. सितंबर 2021 में 7 सदस्य कमेटी ने इस पूरे प्रकरण की जांच करना शुरू किया.
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कमेटी की जांच में ये तथ्य सामने आए की जुलाई 2021 में आयोजित की गई जेट परीक्षा में 16 व्यक्तियों ने अपने स्थान पर डमी अभ्यर्थी को परीक्षा दिलवाई थी. इसके साथ ही हाई रैंक हासिल करने वाले 77 अभ्यर्थियों में से 30 अभ्यर्थियों ने प्रवेश प्रक्रिया का विकल्प ही नहीं भरा. सितंबर माह में हुई काउंसलिंग में 43 अभ्यर्थियों में से 18 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. ऐसे में जेट परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली होने की संभावना को देखते हुए राजस्थान एसओजी को इसकी जांच सौंपी गई. जिसमें कार्रवाई करते हुए मंगलवार को 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं प्रकरण में फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. साथ ही इस पूरी प्रक्रिया में शामिल गिरोह के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है.