जयपुर. राजधानी में पावर बाइक सवार बदमाशों ने महिलाओं का जीना दूभर कर दिया है और अब महिलाएं घर से बाहर निकलने में भी कतराने लगी हैं. शहर में चेन और पर्स स्नैचिंग की वारदातें लगातार बढ़ रही (Incidents chain purse snatching) हैं और पुलिस महज कुछ वारदातों का खुलासा करके इतिश्री कर रही है. यहां तक की पावर बाइक सवार बदमाश अब स्नैचिंग के बाद हमला करके लोगों को गंभीर रूप से घायल भी कर रहे हैं. स्नैचिंग की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम भी विफल साबित हो रही है. यहां तक की बदमाशों को पकड़ने के लिए विशेष टीम तक का गठन किया गया है. लेकिन वह टीम भी बदमाशों का सुराग लगाने में नाकामयाब सिद्ध हो रही है. वहीं शहर में लगातार बढ़ रही स्नैचिंग की वारदातों से आमजन में पुलिस प्रशासन के प्रति गहरा असंतोष व्याप्त है.
हर साल बढ़ रहा चेन व पर्स स्नैचिंग का आंकड़ा: राजधानी में घटित होने वाली चेन और पर्स स्नैचिंग की वारदातों के आंकड़ों पर यदि नजर डालें तो हर वर्ष इस आंकड़े में वृद्धि दर्ज की जा रही है. पुलिस के अधिकारी लगातार वारदातों में कमी आने की बात कहते हैं. लेकिन उन्हीं के आंकड़े पोल खोलते हुए नजर आ रहे हैं. राजधानी में वर्ष 2020 में जनवरी से लेकर मई माह तक चेन स्नैचिंग की 17 वारदातें घटित हुई. इसी प्रकार से वर्ष 2020 में जनवरी से लेकर मई माह तक चेन स्नैचिंग की 27 वारदातें घटित हुई. वहीं वर्ष 2022 में जनवरी से लेकर मई माह तक चेन स्नैचिंग की 42 वारदात घटित हुई. वर्ष 2022 में अब तक घटित हुई 42 वारदातों में से पुलिस महज 4 वारदातों का ही खुलासा कर सकी है. जिसमें 9 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है.
इसी प्रकार से यदि पर्स स्नैचिंग के आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2022 में जनवरी से लेकर मई माह तक 17 वारदातें घटित हुई हैं, जिसमें से पुलिस महज 5 वारदातों का ही खुलासा कर सकी है और 11 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इसी प्रकार से वर्ष 2022 में जनवरी से लेकर मई माह तक मोबाइल स्नैचिंग की 93 वारदात घटित हुई है.
सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी बदमाशों तक पहुंचना बड़ा मुश्किल: राजधानी में घटित होने वाली अधिकांश स्नैचिंग की वारदातों के सीसीटीवी फुटेज मौजूद होने के बाद भी पुलिस बदमाशों तक नहीं पहुंच पा रही है. इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण बदमाशों की ओर से पावर बाइक पर नंबर प्लेट नहीं लगाना या गलत नंबर प्लेट लगाकर वारदात को अंजाम देना है. इसके साथ ही कई गिरोह पहले पावर बाइक चुराते हैं और फिर चुराई गई बाइक से ही स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देते हैं. ऐसे में बाइक के नंबर के आधार पर यदि पुलिस बदमाशों तक पहुंचने का प्रयास भी करती है तो वह बाइक चोरी की पाई जाती है.
हाल ही में घटित वारदातों में चार लोग हुए गंभीर घायल: चेन और पर्स स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश इन दिनों पीड़ित लोगों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल भी करने लगे हैं. राजधानी जयपुर में हाल ही में ऐसी दो वारदातें घटित हुई हैं, जिसमें बदमाशों ने हमला करके 4 लोगों को गंभीर रूप से घायल किया है, जिसमें एक मां-बेटी और एक बुजुर्ग दंपति शामिल हैं. हमला करने की पहली वारदात 27 मई को जवाहर नगर थाना इलाके में घटित हुई, जहां स्कूटी पर बाजार से घर लौट रही मां इंदु अरोड़ा और बेटी अंबिका अरोड़ा के साथ पर्स स्नैचिंग की वारदात घटित हुई. जब मां बेटी ने स्कूटी से बदमाशों की बाइक का पीछा किया तो बदमाशों ने लात मार कर दोनों मां-बेटी को स्कूटी सहित नीचे गिरा दिया, जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गई. अंबिका के हाथ, सिर और पैर में चोट आई व टांके लगे. वही इंदु के दोनों पैर में फ्रैक्चर हो गया और सिर पर भी गंभीर चोट आई. इंदु का ऑपरेशन कर एक पैर में रोड डाली गई है और उन्हें 2 महीने तक बेड रेस्ट करने के लिए कहा गया है.
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दूसरी वारदात 6 जून को घाटित हुई: वहीं दूसरी वारदात 6 जून को आदर्श नगर थाना इलाके में घटित हुई. जहां बाजार से घर लौट रहे एक बुजुर्ग दंपति को चेन स्नैचिंग का शिकार बनाया गया. वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश टक्कर मारकर बुजुर्ग दंपति को स्कूटर सहित नीचे गिरा गए. जिसमें डॉ.सूर्य शेखर डागा और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए. दंपति के सिर, हाथ व पैर में गंभीर चोट आयीं, जिन्हें राहगीरों ने इलाज के लिए एसएमएस अस्पताल पहुंचाया.