जयपुर. राजधानी के आमेर में लालवास स्थित सीआरपीएफ 83 बटालियन का शनिवार 34 वां स्थापना दिवस मनाया गया. इस अवसर पर बटालियन के अधिकारियों और जवानों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. पुष्पचक्र चढ़ाकर शहीदों की शहादत को याद किया गया. स्थापना दिवस पर कमांडेंट लीलाधर महरानियां ने क्वार्टर गार्ड पर सलामी ली. स्थापना दिवस के अवसर पर सैनिक सम्मेलन का भी आयोजन किया गया. जहां पर कमांडेंट ने जवानों को उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित करने की घोषणा की. सभी अधिकारियों और जवानों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी.
कमांडेंट लीलाधर महरानियां ने बताया कि 1 जून 1985 को सीआरपीएफ बटालियन का गठन समूह केंद्र भुवनेश्वर उड़ीसा में हुआ था. उसके बाद यह बटालियन विभिन्न राज्यों मणिपुर, पंजाब, जम्मू कश्मीर, असम, त्रिपुरा और आंध्र प्रदेश में गौरवपूर्ण कर्तव्य निर्वहन के बाद 2009 में बटालियन मुख्यालय लालवास में तैनात हुआ. 1 जनवरी 2018 से बटालियन को रैपिड एक्शन फोर्स में परिवर्तित कर दिया गया है. इसका 34 वर्ष का कार्यकाल गौरवपूर्ण और गरिमामय में रहा.
उन्होंने बताया कि बटालियन ने अति संवेदनशील राज्यों में रहकर विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए 34 वर्षों का कार्यकाल पूरा किया है. जो कि बटालियन और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के लिए गौरव की बात है. सराहनीय कार्यों के लिए बटालियन को 5 राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया गया है. लोकसभा चुनाव में भी शांतिपूर्ण मतदान कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई है. वर्तमान में बटालियन देश के विभिन्न प्रांतों में ड्यूटी में सक्रिय रूप से तैनात है. और कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हुए देश की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहती है.