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Akshay Tritiya 2022 : अक्षय तृतीया पर अबूझ सावा, प्रदेश में 30 हजार से ज्यादा शादियां, मनाया जा रहा परशुराम जन्मोत्सव

मंगलवार को अक्षय तृतीया पर प्रदेश में शादियों की धूम है. जानकारी के अनुसार प्रदेश में 30 हजार से ज्यादा शादियां (30 thousand plus marriages to take place in Rajasthan on Akshay Tritiya) होंगी. अकेले जयपुर में 1300 से ज्यादा विवाह कार्यक्रम और सामूहिक विवाह समारोह होंगे. साथ ही भगवान परशुराम की जयंती भी मनाई जा रही है.

30 thousand plus marriages to take place in Rajasthan on Akshay Tritiya)
अक्षय तृतीया पर अबूझ सावा, प्रदेश में 30 हजार से ज्यादा शादियां, मनाया जा रहा परशुराम जन्मोत्सव
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Published : May 3, 2022, 10:10 AM IST

Updated : May 3, 2022, 10:36 AM IST

जयपुर. कोविड महामारी और लॉकडाउन के बीच अप्रैल 2020 में आखातीज पर राज्य में होने वाली लगभग 25 हजार शादियां टल गई थीं. वहीं 2021 भी इसी तरह गुजरा. हालांकि अब दो साल बाद, बड़े पैमाने पर फिर बैंड बाजा बारात सजेगी. आखातीज (अक्षय तृतीया) के अबूझ सावे पर जयपुर जिले में करीब साढ़े तीन हजार शादियां हो रही हैं. इसमें सामूहिक विवाह भी शामिल हैं. वहीं राजधानी में 1300 से ज्यादा शादियां हो रही हैं. जबकि प्रदेश में 30 हजार से अधिक शादियां हो रही (30 thousand plus marriages to take place in Rajasthan on Akshay Tritiya) हैं.

वैशाख शुक्ल तृतीया पर मंगलवार को अक्षय तृतीया यानी आखातीज मनाई जा रही है. मान्यता है कि त्रेतायुग का आरंभ भी इसी दिन हुआ और ये दिन भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है. करीब 50 साल बाद अक्षय तृतीया पर ग्रहों का अद्भुत संयोग बन रहा है. वहीं आखातीज का अबूझ सावा होने से प्रदेशभर में शादियों की धूम रहेगी. विवाह आयोजनों से जुड़े लोगों की मानें तो प्रदेश में 30 हजार से अधिक शादियां होगी. कोविड के बाद बिना पाबंदियों का ये पहला अबूझ सावा होगा जिसमें जयपुर शहर में 1300 से ज्यादा शादियां होंगी. वहीं कई समाजों के सामूहिक विवाह भी होंगे.

अक्षय तृतीया पर अबूझ सावा

पढ़ें: ईद-उल-फितर, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती आज, CM ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं

मान्यता है कि भगवान परशुराम ने अक्षय तृतीय के दिन ही विष्णु के छठे अवतार के रूप में जन्म लिया (Parshuram Jayanti 2022 ) था. ऐसे में आज भगवान परशुराम का जन्मोत्सव की मनाया जा रहा है. इसे लेकर शहर में विभिन्न आयोजनों के साथ शोभायात्रा भी निकाली जाएगी. मान्यता है कि भगवान परशुराम को भी हनुमान जी की तरह चिरंजीव होने का आशीर्वाद मिला हुआ है. कहते हैं कि इस दिन दान करने से सभी मनोकामना पूरी होती है. इस दिन किया हुआ दान-पुण्य खाली नहीं जाता है. ऐसे में लोग मंदिरों और गरीब लोगों को दान करने भी पहुंच रहे हैं.

पढ़ें: prevention of child marriage: अक्षय तृतीया पर बाल विवाह के रोकथाम के लिए प्रशासन सजग, कलक्टर ने की अपील

वहीं दो साल से कोरोना के चलते पाबंदिया थी, इस बार पूरी छूट के साथ शादियां हो रही हैं. ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में शादियों की धूम रहेगी. इस दौरान बाल-विवाह पर कहीं भी टैंट न लगे. ऐसे में टैंट व्यवसायियों ने पहल करते हुए लड़के और लड़की का आयु प्रमाण पत्र लेकर ही टैंट लगाने और बाल विवाह का बहिष्कार करने का संकल्प लिया है. अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है. इस दिन घर में कोई नई चीज खरीदकर लाने के लिए भी इस तिथि को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. अक्षय तृतीया पर सोना, आभूषण, कार, गैजेट्स, कम्प्यूटर, होम अप्लाइंसेस, इलेक्ट्रॉनिक आइटम की खरीदारी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं.

जयपुर. कोविड महामारी और लॉकडाउन के बीच अप्रैल 2020 में आखातीज पर राज्य में होने वाली लगभग 25 हजार शादियां टल गई थीं. वहीं 2021 भी इसी तरह गुजरा. हालांकि अब दो साल बाद, बड़े पैमाने पर फिर बैंड बाजा बारात सजेगी. आखातीज (अक्षय तृतीया) के अबूझ सावे पर जयपुर जिले में करीब साढ़े तीन हजार शादियां हो रही हैं. इसमें सामूहिक विवाह भी शामिल हैं. वहीं राजधानी में 1300 से ज्यादा शादियां हो रही हैं. जबकि प्रदेश में 30 हजार से अधिक शादियां हो रही (30 thousand plus marriages to take place in Rajasthan on Akshay Tritiya) हैं.

वैशाख शुक्ल तृतीया पर मंगलवार को अक्षय तृतीया यानी आखातीज मनाई जा रही है. मान्यता है कि त्रेतायुग का आरंभ भी इसी दिन हुआ और ये दिन भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है. करीब 50 साल बाद अक्षय तृतीया पर ग्रहों का अद्भुत संयोग बन रहा है. वहीं आखातीज का अबूझ सावा होने से प्रदेशभर में शादियों की धूम रहेगी. विवाह आयोजनों से जुड़े लोगों की मानें तो प्रदेश में 30 हजार से अधिक शादियां होगी. कोविड के बाद बिना पाबंदियों का ये पहला अबूझ सावा होगा जिसमें जयपुर शहर में 1300 से ज्यादा शादियां होंगी. वहीं कई समाजों के सामूहिक विवाह भी होंगे.

अक्षय तृतीया पर अबूझ सावा

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मान्यता है कि भगवान परशुराम ने अक्षय तृतीय के दिन ही विष्णु के छठे अवतार के रूप में जन्म लिया (Parshuram Jayanti 2022 ) था. ऐसे में आज भगवान परशुराम का जन्मोत्सव की मनाया जा रहा है. इसे लेकर शहर में विभिन्न आयोजनों के साथ शोभायात्रा भी निकाली जाएगी. मान्यता है कि भगवान परशुराम को भी हनुमान जी की तरह चिरंजीव होने का आशीर्वाद मिला हुआ है. कहते हैं कि इस दिन दान करने से सभी मनोकामना पूरी होती है. इस दिन किया हुआ दान-पुण्य खाली नहीं जाता है. ऐसे में लोग मंदिरों और गरीब लोगों को दान करने भी पहुंच रहे हैं.

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वहीं दो साल से कोरोना के चलते पाबंदिया थी, इस बार पूरी छूट के साथ शादियां हो रही हैं. ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में शादियों की धूम रहेगी. इस दौरान बाल-विवाह पर कहीं भी टैंट न लगे. ऐसे में टैंट व्यवसायियों ने पहल करते हुए लड़के और लड़की का आयु प्रमाण पत्र लेकर ही टैंट लगाने और बाल विवाह का बहिष्कार करने का संकल्प लिया है. अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है. इस दिन घर में कोई नई चीज खरीदकर लाने के लिए भी इस तिथि को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. अक्षय तृतीया पर सोना, आभूषण, कार, गैजेट्स, कम्प्यूटर, होम अप्लाइंसेस, इलेक्ट्रॉनिक आइटम की खरीदारी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं.

Last Updated : May 3, 2022, 10:36 AM IST
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