जयपुर. राजस्थान विधानसभा में 3 समितियों का गठन किया गया है. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने प्रक्रिया व कार्य संचालन संबंधी नियमों के तहत जन लेखा समिति और प्राक्कलन समिति (क) और (ख) का आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर गठन किया (3 Committees constituted in Rajasthan Vidhan Sabha) है. जन लेखा समिति में गुलाबचंद कटारिया को जबकि प्राक्कलन समिति (क) में राजेंद्र पारीक और (ख) में दयाराम परमार को सभापति बनाया गया है.
जोशी ने कार्य संचालन संबंधी नियम 306 के अन्तर्गत प्रक्रिया के नियम 230(1) व 231 और सहपठित नियम 232(1) के प्रावधानों का इस्तेमाल कर इन समितियों का गठन कर इनमें सभापति और सदस्यों की नियुक्ति की. जन लेखा समिति में 11 सदस्य प्राक्कलन समिति (क) में 10 और (ख) में 9 सदस्यों की नियुक्ति की गई है. गौरतलब है कि समितियों का कार्यकाल 1 साल का होता है. पूर्व में बनाई गई समितियों का कार्यकाल खत्म होने पर नई समितियां गठित की गई हैं.
समिति में इन्हें किया गया शामिल: जन लेखा समिति में परसराम मोरदिया, विनोद कुमार, गुरमीत सिंह कुनर, गोपाल लाल मीना, रोहित बौहरा, दिव्या मदेरणा, कालीचरण सराफ, वासुदेव देवनानी, मदन दिलावर, निर्मल कुमावत और संयम लोढ़ा को सदस्य बनाया गया है. इसी तरह प्राक्कलन समिति क में भरोसी लाल, हरीश चन्द्र मीना, पानाचन्द मेघवाल, जौहरीलाल मीना, सुदर्शन सिंह रावत, जोगेश्वर गर्ग, चन्द्रकान्ता मेघवाल, अभिनेश महर्षि, राजकुमार गौड़ व रामकेश को सदस्य बनाया गया है. इसी प्रकार प्राक्कलन समिति ख में बाबूलाल (कठूमर), पदमाराम, सफिया जुबेर, दानिश अबरार, प्रताप सिंह, नरपत सिंह राजवी, पुष्पेन्द्र सिंह, सतीश पूनियां व बलजीत यादव को सदस्य बनाया गया है.