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जयपुर शहर में थानाक्षेत्र के अनुसार 23 इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स नियुक्त, कन्टेनमेन्ट जोन में ढिलाई न बरतने के निर्देश

जयपुर जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने सोमवार को जिला परिषद के सभागार में इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स की बैठक ली. इस दौरान इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स को उनके क्षेत्र में संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त एवं चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय रख संयुक्त रूप से मौका निरीक्षण कर कन्टेनमेन्ट जोन का निर्धारण कर आदेश निकालने और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन की पालना कराने के निर्देश दिए.

Containment Zone in Jaipur, Night Curfew in Jaipur
जयपुर शहर में थानाक्षेत्र के अनुसार 23 इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स नियुक्त
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Published : Dec 8, 2020, 4:43 AM IST

जयपुर. जयपुर जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने जिला परिषद के सभागार में इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स की बैठक ली और इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स को उनके क्षेत्र में संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त एवं चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय रख संयुक्त रूप से मौका निरीक्षण कर कन्टेनमेन्ट जोन का निर्धारण कर आदेश निकालने और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन की पालना कराने के निर्देश दिए. इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स को कन्टेनमेन्ट जोन में ढिलाई न बरतने के निर्देश भी दिए गए.

जिला प्रशासन द्वारा थाना क्षेत्र के अनुसार 23 इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स नियुक्त किए गए हैं, जो कि उस क्षेत्र के संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त एवं चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय रखते हुए संयुक्त रूप से मौका निरीक्षण कन्टेनमेन्ट जोन का निर्धारण करेंगे.

बैठक में नेहरा ने उपस्थित इन्सीडेन्ट कमाण्डरर्स को कहा कि इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स पुलिस व चिकित्सा अधिकारी से समन्वय कर कन्टेनमेन्ट जोन का निर्धारण करेंगे. इन्सीडेन्ट कमाण्डर बीएलओ से संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेशन सुनिश्चित करवाएंगे. पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से समन्वय कर अपने-अपने क्षेत्र में बाजार, सार्वजनिक स्थल, समारोह में सामाजिक दूरी एवं मास्क लगाने की पालना सुनिश्चित की जाए. इसके साथ ही इन्सीडेन्ट कमाण्डर कार्यालय से अपने क्षेत्र के संक्रमित व्यक्तियों से दूरभाष पर सम्पर्क कर उन्हें होम आइसोलेशन निर्देशों की पालना कराई जाए.

पढ़ें- यात्रियों की सुविधा के लिए 3 जोड़ी त्योहार स्पेशल रेल सेवाओं की संचालन अवधि में विस्तार

नेहरा ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आती है, तब तक अपने-अपने कर्तव्यों का पूर्ण निष्ठा के साथ पालन किया जाना चाहिए. क्योंकि जन-जीवन बंद नही किया जा सकता. ‘जीवन के साथ आजीविका भी जरूरी है‘ यह एक मानव कल्याण का कार्य भी है.

अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम इकबाल खान ने कहा कि रात्रि कर्फ्यू, शादी समारोह आदि में राज्य सरकार की गाइड लाइन की पालना सख्ती के साथ की जानी चाहिए. रोकना और टोकना भी जरूरी है, समझाइश एवं पालना यह दो महत्वपूर्ण कारक हैं, जिनसे हम कोरोना पर नियंत्रण पा सकते हैं. उन्होंने इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स को निर्देश दिए कि कन्टेनमेन्ट जोन में ढिलाई ना हो.

जयपुर. जयपुर जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने जिला परिषद के सभागार में इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स की बैठक ली और इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स को उनके क्षेत्र में संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त एवं चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय रख संयुक्त रूप से मौका निरीक्षण कर कन्टेनमेन्ट जोन का निर्धारण कर आदेश निकालने और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन की पालना कराने के निर्देश दिए. इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स को कन्टेनमेन्ट जोन में ढिलाई न बरतने के निर्देश भी दिए गए.

जिला प्रशासन द्वारा थाना क्षेत्र के अनुसार 23 इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स नियुक्त किए गए हैं, जो कि उस क्षेत्र के संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त एवं चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय रखते हुए संयुक्त रूप से मौका निरीक्षण कन्टेनमेन्ट जोन का निर्धारण करेंगे.

बैठक में नेहरा ने उपस्थित इन्सीडेन्ट कमाण्डरर्स को कहा कि इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स पुलिस व चिकित्सा अधिकारी से समन्वय कर कन्टेनमेन्ट जोन का निर्धारण करेंगे. इन्सीडेन्ट कमाण्डर बीएलओ से संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेशन सुनिश्चित करवाएंगे. पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से समन्वय कर अपने-अपने क्षेत्र में बाजार, सार्वजनिक स्थल, समारोह में सामाजिक दूरी एवं मास्क लगाने की पालना सुनिश्चित की जाए. इसके साथ ही इन्सीडेन्ट कमाण्डर कार्यालय से अपने क्षेत्र के संक्रमित व्यक्तियों से दूरभाष पर सम्पर्क कर उन्हें होम आइसोलेशन निर्देशों की पालना कराई जाए.

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नेहरा ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आती है, तब तक अपने-अपने कर्तव्यों का पूर्ण निष्ठा के साथ पालन किया जाना चाहिए. क्योंकि जन-जीवन बंद नही किया जा सकता. ‘जीवन के साथ आजीविका भी जरूरी है‘ यह एक मानव कल्याण का कार्य भी है.

अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम इकबाल खान ने कहा कि रात्रि कर्फ्यू, शादी समारोह आदि में राज्य सरकार की गाइड लाइन की पालना सख्ती के साथ की जानी चाहिए. रोकना और टोकना भी जरूरी है, समझाइश एवं पालना यह दो महत्वपूर्ण कारक हैं, जिनसे हम कोरोना पर नियंत्रण पा सकते हैं. उन्होंने इन्सीडेन्ट कमाण्डर्स को निर्देश दिए कि कन्टेनमेन्ट जोन में ढिलाई ना हो.

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