जयपुर. पुलिस जल्द ही राजधानी के तमाम प्रमुख मार्गों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित 2000 से अधिक सीसीटीवी लगाने जा रही है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जयपुर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाए रखने के लिए और बदमाशों की धरपकड़ के लिए यह फैसला लिया गया है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित सीसीटीवी कैमरे राजधानी में लगाए जाएंगे, वह अत्याधुनिक तकनीक से युक्त होंगे और अपराध नियंत्रण में भी काफी कारगर सिद्ध होंगे. यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों का चालान भी सीसीटीवी के माध्यम से जनरेट होगा. जयपुर ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम के जरिए वाहन चालक के घर पर भेजा जाएगा.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि CCTV लगाने को लेकर विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की जा रही है और सबसे अपग्रेड कैमरे लगाने पर विचार किया जा रहा है. इसके साथ ही राजधानी में पीटीजेड (पैन टिल्ट जूम) कैमरे और एनपीआर (नंबर प्लेट रिकॉग्निशन) कैमरों की संख्या को बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है. ऐसा करने पर अपराधियों की धरपकड़ काफी आसान हो जाएगी.
कार के रंग और लोगो से पकड़ में आएंगे बदमाश
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि राजधानी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित उन्नत किस्म के जो नए कैमरे लगाए जा रहे हैं, वह पुलिस के लिए काफी उपयोगी साबित होंगे. अपराधिक गतिविधियों में प्रयुक्त की गई किसी कार का महज रंग और लोगो पता होने पर भी इन कैमरों के माध्यम से अपराधियों को गिरफ्तार किया जा सकेगा. इसके साथ ही यदि कार का केवल आधा नंबर भी यदि किसी को मालूम हो तो उसके आधार पर भी बदमाशों को गिरफ्तार किया जा सकेगा.
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सिस्टम में कार का रंग, लोगो और आधा नंबर डालने पर उस रंग और लोगो की गाड़ी शहर में जहां भी होगी और जिन भी चौराहों से गुजरेगी, उसे लेकर ट्रैफिक कंट्रोल रूम में और अभय कमांड सेंटर में स्क्रीन पर एक पॉपअप शो होगा. जिसके चलते पुलिस यह पता लगा सकेगी कि वह गाड़ी शहर में किस स्थान पर चल रही है और उसे रोक कर बदमाशों को पकड़ना काफी आसान हो जाएगा.