जयपुर. वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे राजस्थानी प्रवासियों को जयपुर लाया जा रहा है. जिसके तहत सोमवार को तजाकिस्तान से एक और फ्लाइट जयपुर पहुंची. इस फ्लाइट में कुल 184 राजस्थानी प्रवासी जयपुर पहुंचे हैं. इस फ्लाइट में एक महिला और उसके छोटे बच्चे सहित तजाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स आए हैं.
उद्योग विभाग के अतिरिक्त सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग, चिकित्सकों की टीम की ओर से मेडिकल चेकअप, इमिग्रेशन के बाद सभी प्रवासी राजस्थानी छात्र-छात्राओं को संस्थागत क्वॉरेंटाइन के लिए भिजवाया गया है. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राजस्थानी प्रवासियों की वापसी के लिए बनाए गए एयर सेल की ओर से नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है.
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राज्य में अब तक 24 फ्लाइट आ चुकी हैं और 3,278 प्रवासी जयपुर पहुंच चुके हैं. अग्रवाल ने बताया कि तजाकिस्तान से सोमवार को 3:45 बजे यह फ्लाइट जयपुर एयरपोर्ट पहुंची. फ्लाइट में वहां मेडिकल का अध्ययन कर रहे प्रवासी राजस्थानी विद्यार्थी जयपुर पहुंचे हैं.
अग्रवाल ने बताया कि तजाकिस्तान से ही 10 और 14 जून को आने वाली दो फ्लाइटों में लगभग 349 राजस्थानी प्रवासियों के जयपुर आने की संभावना है. साथ ही एयरपोर्ट पर क्वॉरेंटाइन अधिकारी बिरधी चंद गंगवाल, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेन्द्र सिंह शेखावत, रीको के डीजीएम तरुण जैन, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. निर्मल जैन के नेतृत्व में डॉ. धनेश्वर और चिकित्सकों की टीम, जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के दल की ओर से एयरपोर्ट पर सभी व्यवस्थाओं की देखरेख की जा रही है. इसके साथ ही इमिग्रेशन और अन्य औपचारिकताओं के बाद सभी को बसों से क्वॉरेंटाइन होटल में भिजवाया जा रहा है.
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वहीं एयरपोर्ट पर सभी प्रवासियों के लिए चाय, कॉफी, पीने का पानी, बिस्कुट आदि की निःशुल्क व्यवस्था भी है. डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि फ्लाइट से आने वाले सभी 184 छात्रों को सात दिन के संस्थागत क्वॉरेंटाइन पर रखा गया है. उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की ओर से जारी स्वास्थ्य एडवाइजरी की सख्ती से पालना सुनिश्चित की जा रही है. फ्लाइट से आने वाले सभी प्रवासियों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन के स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर से संबंधित विस्तृत जानकारी भी दी जा रही है.
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