जयपुर. कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए राजस्थान की गहलोत सरकार (Gehlot Government of Rajasthan) ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं (Rural Health Service) को मजबूत करने की कवायद तेज कर दी है. 15 CHC और 1 सैटेलाइट अस्पताल को उप जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है.
जयपुर के शाहपुरा, बस्सी, जमवारामगढ़, फागी, सीकर के फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, दौसा के लालसोट, जोधपुर के सालावास, जैसलमेर के पोकरण, नागौर के मकराना, परबतसर, अलवर के भिवाड़ी, बहरोड़, पाली के बाली और बारां के मांगरोल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ ही जयपुर में चाकसू के राजकीय सैटेलाइट अस्पताल को उप जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने क्रमोन्नत अस्पतालों के लिए वरिष्ठ विशेषज्ञ के 29, कनिष्ठ विशेषज्ञ के 68, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के 19, चिकित्साधिकारी के 47, चिकित्साधिकारी डेन्टल का 1, नर्स श्रेणी प्रथम के 42, नर्स श्रेणी द्वितीय के 341, फार्मासिस्ट के 20, रेडियोग्राफर संवर्ग के 49, लैब टेक्नीशियन संवर्ग के 43, डेंटल टेक्नीशियन के 4, नेत्र सहायक के 3, फिजियोथेरेपिस्ट के 3, कनिष्ठ लेखाकार के 2, कनिष्ठ/वरिष्ठ सहायक के 24, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 16, वार्ड बॉय के 76 और सफाई कर्मचारी के 67 पदों सहित कुल 854 नवीन पदों के सृजन और 15 मैन विद मशीन की सेवाएं लेने की स्वीकृति दी है.
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा मामले सामने आए थे. वहां चिकित्सा सेवाओं की भी कमी सामने आई थी. यही वजह है कि कोरोना की तीसरी लहर के इस खतरनाक वेरिएंट को देखते हुए सरकार ग्रामीण चिकित्सा सेवाओं पर ज्यादा फोकस कर रही है.