बीकानेर. अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के तहत देशी-विदेशी सैलानियों को बीकानेरी संस्कृति से रूबरू करवाने के उद्देश्य से इस बार दो दिवसीय ऊंट उत्सव को इस बार 5 दिन तक आयोजित किया जाएगा. दरअसल, दो दिवसीय ऊंट उत्सव से पहले 9 जनवरी को साउंड एंड लाइट शो का आयोजन किया गया. वहीं 10 जनवरी को जूनागढ़ में म्यूजिकल योगा और वाद्य यंत्र प्रस्तुतियों का आयोजन होगा. इसके साथ ही ऊंट उत्सव के समापन के अगले दिन 13 जनवरी को बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा.
पांच दिवसीय ऊंट उत्सव का गुरुवार को अनौपचारिक आगाज लाइट एंड साउंड शो से हुआ. प्राचीन जूनागढ़ किले के सामने सूरसागर झील में पानी पर स्टेज बनाकर एक अलग थीम पर आयोजित इस शो के बाद सांस्कृतिक संगीत संध्या का भी आयोजन किया गया. जिसमें लंगा मंगनियार और सूफी गीतों के कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी.
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. देर शाम शुरू हुआ यह आयोजन करीब तीन घंटे तक चला. हालांकि, जिस उद्देश्य से जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग ने इस आयोजन को किया, उतना वो सफल नहीं हो पाया और उम्मीद के अनुरूप लोग कार्यक्रम में नहीं पहुंचे.
वहीं देशी और विदेशी पर्यटकों की उपस्थिति कम रही. ऊंट उत्सव के चलते इस बार जिला कलेक्ट्रट भवन के साथ ही शहर के प्रमुख पुरा महत्व के स्थलों चौराहों को रंगीन रोशनियों से सजाया गया. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल, जिला कलेक्टर कुमारपाल गौतम, मंडल रेल प्रबंधक संजय सक्सेना समेत प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.