बीकानेर. जिले में लगातार हुई आपराधिक घटनाओं के बाद विपक्षी दल बीजेपी पूरी तरह से हरकत में आ गई है. शुक्रवार को बीकानेर में हुई फायरिंग की घटना में एक व्यापारी की मौत के बाद उग्र हुई प्रदेश बीजेपी ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर मामले की जांच के लिए बीकानेर भेजी. कमेटी में सीकर से सांसद स्वामी सुमेधानंद, रतनगढ़ विधायक अमिनेश महर्षि और पूर्व विधायक गोवर्धन वर्मा शनिवार शाम को बीकानेर पहुंचे.
इस दौरान कमेटी सदस्यों ने स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं से घटनाओं को लेकर जानकारी ली. वहीं पीड़ित परिवार से भी मिले. इस दौरान कमेटी के सदस्य फायरिंग में मारे गए व्यापारी गिरिराज अग्रवाल के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए. बीकानेर सर्किट हाउस में ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए सांसद स्वामी सुमेधानंद ने आरोप लगाया कि करीब दो साल पहले जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी. उस समय सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनना था, लेकिन अशोक गहलोत बैक डोर से एंट्री कर गए और मुख्यमंत्री बन गए. उसी समय से दोनों के बीच खींचातानी का दौर चल रहा है और इसी का नतीजा है कि उन्होंने गृह मंत्रालय अपने पास रख लिया.
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी सरकार बचाने की चिंता है और कानून व्यवस्था पर उनकी कोई पकड़ नहीं है. वे अपने विधायकों को मंत्रियों को पार्टी को संभालने में और सरकार को बचाने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि इसी का नतीजा है कि राजस्थान में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और पुलिस पर कोई पकड़ नहीं है. अपराधी बेखौफ इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
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इस दौरान हाथरस की घटना में मीडिया और विपक्ष के लोगों को पीड़ित परिवार से नहीं मिलने देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई न कोई कारण है. ऐसे में उन्हें उसकी जानकारी के अनुसार कदम उठाना चाहिए. आज हम लोग भी बीकानेर आए हैं, लेकिन हम लोग तीन कमेटी सदस्य के रूप में ही आए हैं और पूरा लवाजमा लेकर नहीं आए हैं. विपक्षी दल होने के नाते अपराधिक घटनाओं की शिकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के नाम पर राजनीति करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति होनी चाहिए. लेकिन समाज की राजनीति नहीं होनी चाहिए और बीजेपी इस तरह की राजनीति में विश्वास नहीं करती है. पीड़ित परिवार के साथ पूरी तरह से खड़ी है.
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रतनगढ़ से विधायक अमिनेश महर्षि ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को अपने निवास के बाहर निकलने की फुर्सत नहीं है और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ वे केवल विधायकों पर और मंत्रियों पर नजर रखते हैं और उनके फोन टेप करवाने में व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है और अपराधियों और पुलिस की सांठगांठ में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं.
वहीं पूर्व विधायक गोवर्धन वर्मा ने कहा कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के निर्देशों पर हम यहां आए हैं और पूरी रिपोर्ट उनको बनाकर देंगे. पार्टी सरकार के कुशासन और इस तरह की होती घटनाओं पर आम आदमी के साथ खड़ी रहेगी. इससे पहले बीकानेर पहुंचने पर शहर बीजेपी अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, महामंत्री मोहन सुराणा सहित अन्य पदाधिकारियों ने कमेटी के सदस्यों के साथ चर्चा की और बीकानेर में हुई घटनाओं पर अपना फीडबैक दिया.