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संभाग स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ, महात्मा गांधी के दर्शन को जीवन में उतारने की हुई अपील

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Published : Jun 21, 2022, 10:33 PM IST

बीकानेर के डागा पैलेस में तीन दिवसीय संभाग स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को शुरू (Gandhi Darshan training camp in Bikaner) हुआ. इसमें जिला कलेक्टर्स, गांधीवादी विचारकों और शांति और अहिंसा निदेशालय के अधिकारियों सहित कई प्रतिभागियों ने भाग लिया. इस दौरान वक्ताओं ने महात्मा गांधी के दर्शन को जीवन में उतारने की अपील की.

Three days Gandhi Darshan training camp in Bikaner
संभाग स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ, महात्मा गांधी के दर्शन को जीवन में उतारने की हुई अपील

बीकानेर. गांधी और अहिंसा निदेशालय की ओर से डागा पैलेस में तीन दिवसीय संभाग स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को प्रारंभ हुआ. प्रशिक्षण के उद्घाटन समारोह में संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि गांधीजी का जीवन ही गांधी दर्शन (Neeraj K Pawan on Gandhi Darshan) है. दूसरों के दर्द को समझते हुए उसके निराकरण के लिए प्रयास किए जाने की भीतर से प्रेरणा गांधीजी के जीवन से ही मिल सकती है. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से प्रतिभागी क्रांतिदूत बन कर निकलें और विपरीत परिस्थितियों में भी प्रेम और दया का संचार कर सर्वोदय के सूत्रधार बनें.

जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के बीच गांधी दर्शन से ही सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन को पढ़ना ही आवश्यक नहीं है. उससे भी जरुरी है कि इस दर्शन को जीवन में उतारा जाए. जिला कलक्टर ने कहा कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य महात्मा गांधी के जीवन के सिद्धांतों को आमजन से जोड़ना है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र तक पहुंचे, जिससे समाज की विषमताओं को कम किया जा सके.

पढ़ें: Gandhi Darshan Training camp: विधानसभा अध्यक्ष जोशी बोले- अहिंसा से हासिल किया जा सकता है बड़े से बड़ा लक्ष्य

गांधीवादी विचारक प्रोफेसर सतीश राय ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को जनआंदोलन बनाने और आम भारतीय में राजनीतिक संस्कृति विकसित करने में महात्मा गांधी का निर्विवाद रूप से सबसे अहम योगदान है और इसलिए गांधी सर्वकालिक रूप से प्रासंगिक है. उन्होंने कहा कि गांधी को लेकर देशभर में आम सहमति है और यही बात आज भी उनकी स्वीकार्यता को इंगित करती है. उन्होंने कहा कि दुनिया गांधी को महात्मा के रूप में जानती है, क्योंकि गांधी ने अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह जैसे सिद्धांतों से जीवन जीकर दुनिया के सामने इन्हें जीवन्त रूप में रखा.

गांधीवादी विचारक डॉ. बी. एम. शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी के विलक्षण व्यक्तित्व से पूरे विश्व ने प्रेरणा ली है. सत्याग्रह और अहिंसा के विचार को महात्मा गांधी ने अपने जीवन में जीकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया और उसका परिणाम दुनिया जानती है कि किस प्रकार अहिंसा बड़े से बड़े बलशाली और हिंसक व्यक्ति को पराजित कर उसका व्यवहार बदल सकती है. उन्होंने कहा कि आज एक बार फिर महात्मा गांधी के सिद्धांतों को पढ़ने और आत्मसात करने की आवश्यकता है.

पढ़ें: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- स्कूलों में बनाए जाएंगे होंगे गांधी दर्शन कॉर्नर

शांति और अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा ने कहा कि गांधी का जीवन सर्वोदय का दर्शन है. निदेशालय की ओर से गांधी दर्शन के प्रचार प्रसार की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया गया. उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन नई पीढ़ी तक पहुंचे, यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है. गांधी दर्शन में समाज के हर वर्ग को साथ लेकर समाजिक उत्थान की क्षमता है. उन्होंने प्रतिभागियों से अनुशासन के साथ गांधी दर्शन अपने जीवन में उतारने की अपील की.

जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी: चूरू के जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने गांधी दर्शन पर आधारित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन और पालनहार योजना दो अहम योजनाएं हैं, जिनमें वंचित वर्ग को बड़े स्तर पर लाभान्वित किया जा रहा है. उन्होंने पालनहार व सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना से वंचितों को जोड़ने के किए गए नवाचारों की जानकारी देते हुए पात्र वंचितों को लाभ सुनिश्चित करने के लिए नियमित मानिटरिंग प्रक्रिया की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर के प्रतिभागियों को इन योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रेरित करें.

पढ़ें: डूंगरपुर में 'गांधी दर्शन कार्यशाला' का आयोजन...कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और विधायक समेत कई बड़े नेता रहे नदारद

गांधी समिति के जिला समन्वयक संजय आचार्य ने कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी और स्वागत उद्बोधन दिया. इस अवसर पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) पंकज शर्मा, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के गांधी स्टडियन सेंटर के डॉ. बिट्ठल बिस्सा, संजय पुरोहित,चूरू के जिला संयोजक दुलाराम , हनुमानगढ़ के सरवन तंवर, गंगानगर के प्रवीण गौड़ , सहित संभाग सभी जिलों से 240 प्रतिभागी उपस्थित रहे.

वाल्मिकी बस्ती में किया श्रमदान: इससे पहले तीन दिवसीय संभाग स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को प्रभात टोली द्वारा प्रात: जागरण के साथ शुरू हुआ. इस दौरान महात्मा गांधी के प्रिय भजन गाए गए. इसके बाद संभाग के चारों जिलों से आए प्रतिभागियों ने योगाभ्यास और व्यायाम किया. गंगाशहर स्थित वाल्मिकी बस्ती में श्रमदान किया गया. इस दौरान क्षेत्र की साफ-सफाई की गई. इस दौरान नगर निगम के कार्मिक संसाधनों सहित मौजूद रहे. वहीं स्काउट गाइड के प्रतिनिधियों ने भी श्रमदान में भागीदारी निभाई. इस दौरान नगर निगम आयुक्त गोपाल राम बिड़दा मौजूद रहे.

बीकानेर. गांधी और अहिंसा निदेशालय की ओर से डागा पैलेस में तीन दिवसीय संभाग स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को प्रारंभ हुआ. प्रशिक्षण के उद्घाटन समारोह में संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि गांधीजी का जीवन ही गांधी दर्शन (Neeraj K Pawan on Gandhi Darshan) है. दूसरों के दर्द को समझते हुए उसके निराकरण के लिए प्रयास किए जाने की भीतर से प्रेरणा गांधीजी के जीवन से ही मिल सकती है. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से प्रतिभागी क्रांतिदूत बन कर निकलें और विपरीत परिस्थितियों में भी प्रेम और दया का संचार कर सर्वोदय के सूत्रधार बनें.

जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के बीच गांधी दर्शन से ही सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन को पढ़ना ही आवश्यक नहीं है. उससे भी जरुरी है कि इस दर्शन को जीवन में उतारा जाए. जिला कलक्टर ने कहा कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य महात्मा गांधी के जीवन के सिद्धांतों को आमजन से जोड़ना है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र तक पहुंचे, जिससे समाज की विषमताओं को कम किया जा सके.

पढ़ें: Gandhi Darshan Training camp: विधानसभा अध्यक्ष जोशी बोले- अहिंसा से हासिल किया जा सकता है बड़े से बड़ा लक्ष्य

गांधीवादी विचारक प्रोफेसर सतीश राय ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को जनआंदोलन बनाने और आम भारतीय में राजनीतिक संस्कृति विकसित करने में महात्मा गांधी का निर्विवाद रूप से सबसे अहम योगदान है और इसलिए गांधी सर्वकालिक रूप से प्रासंगिक है. उन्होंने कहा कि गांधी को लेकर देशभर में आम सहमति है और यही बात आज भी उनकी स्वीकार्यता को इंगित करती है. उन्होंने कहा कि दुनिया गांधी को महात्मा के रूप में जानती है, क्योंकि गांधी ने अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह जैसे सिद्धांतों से जीवन जीकर दुनिया के सामने इन्हें जीवन्त रूप में रखा.

गांधीवादी विचारक डॉ. बी. एम. शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी के विलक्षण व्यक्तित्व से पूरे विश्व ने प्रेरणा ली है. सत्याग्रह और अहिंसा के विचार को महात्मा गांधी ने अपने जीवन में जीकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया और उसका परिणाम दुनिया जानती है कि किस प्रकार अहिंसा बड़े से बड़े बलशाली और हिंसक व्यक्ति को पराजित कर उसका व्यवहार बदल सकती है. उन्होंने कहा कि आज एक बार फिर महात्मा गांधी के सिद्धांतों को पढ़ने और आत्मसात करने की आवश्यकता है.

पढ़ें: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- स्कूलों में बनाए जाएंगे होंगे गांधी दर्शन कॉर्नर

शांति और अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा ने कहा कि गांधी का जीवन सर्वोदय का दर्शन है. निदेशालय की ओर से गांधी दर्शन के प्रचार प्रसार की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया गया. उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन नई पीढ़ी तक पहुंचे, यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है. गांधी दर्शन में समाज के हर वर्ग को साथ लेकर समाजिक उत्थान की क्षमता है. उन्होंने प्रतिभागियों से अनुशासन के साथ गांधी दर्शन अपने जीवन में उतारने की अपील की.

जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी: चूरू के जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने गांधी दर्शन पर आधारित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन और पालनहार योजना दो अहम योजनाएं हैं, जिनमें वंचित वर्ग को बड़े स्तर पर लाभान्वित किया जा रहा है. उन्होंने पालनहार व सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना से वंचितों को जोड़ने के किए गए नवाचारों की जानकारी देते हुए पात्र वंचितों को लाभ सुनिश्चित करने के लिए नियमित मानिटरिंग प्रक्रिया की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर के प्रतिभागियों को इन योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रेरित करें.

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गांधी समिति के जिला समन्वयक संजय आचार्य ने कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी और स्वागत उद्बोधन दिया. इस अवसर पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) पंकज शर्मा, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के गांधी स्टडियन सेंटर के डॉ. बिट्ठल बिस्सा, संजय पुरोहित,चूरू के जिला संयोजक दुलाराम , हनुमानगढ़ के सरवन तंवर, गंगानगर के प्रवीण गौड़ , सहित संभाग सभी जिलों से 240 प्रतिभागी उपस्थित रहे.

वाल्मिकी बस्ती में किया श्रमदान: इससे पहले तीन दिवसीय संभाग स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को प्रभात टोली द्वारा प्रात: जागरण के साथ शुरू हुआ. इस दौरान महात्मा गांधी के प्रिय भजन गाए गए. इसके बाद संभाग के चारों जिलों से आए प्रतिभागियों ने योगाभ्यास और व्यायाम किया. गंगाशहर स्थित वाल्मिकी बस्ती में श्रमदान किया गया. इस दौरान क्षेत्र की साफ-सफाई की गई. इस दौरान नगर निगम के कार्मिक संसाधनों सहित मौजूद रहे. वहीं स्काउट गाइड के प्रतिनिधियों ने भी श्रमदान में भागीदारी निभाई. इस दौरान नगर निगम आयुक्त गोपाल राम बिड़दा मौजूद रहे.

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