बीकानेर. प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल स्टूडेंट के प्रवेश के लिए एनआरआई कोटे से प्रवेश की प्रक्रिया के लिए कुछ सीटें आरक्षित करने और एमबीबीएस में फीस बढ़ोतरी को लेकर पिछले एक महीने से विरोध कर रहे मेडिकल स्टूडेंट्स ने सोमवार से बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है.
दरअसल, बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के साथ ही पूरे प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में भी इन स्टूडेंट्स में अपना अनिश्चितकालीन धरने का दावा किया है. इन स्टूडेंट्स का कहना है कि सरकारी कॉलेजों में कोटे से सीटें भरने का सरकार का फैसला पूरी तरह से गलत है और अगर सरकार को एनआरआई कोटे से सीटें भरनी है तो सोसायटी के अधीन संचालित होने वाले कॉलेजों में यह प्रक्रिया करनी चाहिए. इसके अलावा मेडिकल स्टूडेंट्स की फीस में एकाएक सरकार ने कई गुना फीस बढ़ा दी जो कि बिल्कुल गलत है. क्योंकि एक और सरकार सबको शिक्षित करने और उच्च शिक्षा में सुविधाएं बढ़ाने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर अचानक फीस बढ़ोतरी कर दी.
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यूजी स्टूडेंट्स यूनियन के धर्मेंद्र भांभू ने कहा कि ग्रामीण परिवेश से आने वाले छात्र आर्थिक रूप से ज्यादा सक्षम नहीं होते हैं और सरकार ने अचानक ही फीस में भारी बढ़ोतरी की है. जिसके चलते ऐसे परिवार से आने वाले विद्यार्थियों के लिए परेशानी हो गई है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा हॉस्टल में स्टूडेंट्स को मिलने वाली सुविधाएं सही नहीं हैं. भांभू ने कहा कि प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज अजमेर कोटा जोधपुर, उदयपुर में भी मेडिकल स्टूडेंट्स अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए है और अब अगर सरकार ने हमारी नही सुनी तो आने वाले एक दो दिन में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की जाएगी और जरूरत पड़ने पर रेजिडेंट्स और अन्य डाक्टर्स संगठन भी हमारे समर्थन में आएंगे.