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बीकानेर : बारह महादेव मंदिर में एक साथ 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन कीजिए... - बारह महादेव मंदिर बीकानेर

बीकानेर में स्थित एक ऐसा मंदिर है, जहां बारह ज्योतिर्लिंग विराजमान है. भारत का दूसरा ऐसा मंदिर है, जहां एक साथ शिव के पूरे बारह ज्योतिर्लिंग स्थित हैं. शुक्रवार को इस मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिली.

बीकानेर की खबर, Twelve jyotirling bikaner
भारत का दूसरा मंदिर जहां 12 ज्योतिर्लिंग विराजमान
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Published : Feb 21, 2020, 9:12 PM IST

बीकानेर. देश भर में शिव रात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. बीकानेर के बारह महादेव मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. खास बात यह है, कि इस शिव मंदिर में एक साथ 12 ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं.

भारत का दूसरा मंदिर जहां 12 ज्योतिर्लिंग विराजमान

भारत का दूसरा ऐसा मंदिर जहां एक साथ विराजमान हैं 12 ज्योतिर्लिंग

भारत में यह एक ऐसा दूसरा मंदिर है, जहां एक ही मंदिर में शिव के 12 ज्योतिर्लिंग स्थित है. शिव की आराधना करना आसान नहीं है. अपनी मन्नत के अनुसार लोग शिव की आराधना करते हैं. बता दें, कि देश में एक स्थान पर एक साथ बारह ज्योतिर्लिंग दो ही जगह पर हैं. एक कोलकाता का बारह महादेव मंदिर और दूसरा बीकानेर का बारह महादेव का मंदिर.

इस मंदिर की विशेषता ये है, कि इस मंदिर में एक ही स्थान पर बारह शिवलिंग बने हैं और साथ में बारह मंदिर भी बने हैं. जहां शिव परिवार, मां पार्वती और गणेश विराजमान है. इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है. शिवरात्रि के दिन सुबह से मंत्रोच्चार और ॐ नम: शिवाय से मंदिर गूंजायमान हुआ. महादेव के जयकारे लगाते हुए भक्तगणों ने शिवलिंग की पूजा की.

इस मंदिर में युवतियां बारह ज्योतिर्लिंगों की पूजा कर मनपसंद पति की कामना करती हैं. ऐसी भी मान्यता है, कि बारह ज्योतिर्लिंगों की पूजा करने से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. लोग अपने जीवन में खुशहाली और सुख की कामना के लिए यहां आते हैं.

इस मंदिर में शिव के बारह ज्योर्तिलिंग हैं, जिनकी भक्त मंत्रोच्चार से पूजा-अर्चना करते हैं. बेलपत्र, दूध, जल और घृत से देवों के देव महादेव का अभिषेक करते हैं. साथ ही पुष्प, चावल, चन्दन, धतुरा, जनेऊ से महादेव का श्रृंगार करते हैं. शिवरात्रि के दिन सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. देर रात तक चलने वाली पूजा-अर्चना के बाद रात में इस मंदिर में भजन संध्या का आयोजन भी किया गया.

पढ़ें- शिवरात्री स्पेशल: यहां खंडित शिवलिंग की होती है पूजा, कुंड में स्नान के बाद मिलता है पाप मुक्ति का सर्टिफिकेट

लगभग 150 साल पुराने इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं. ऐसी मान्यता है, कि बारह ज्योर्तिलिंग के मंदिर में आने वाले शिव भक्तों के जीवन में परिवर्तन आ जाता है और उन्हें जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.

बीकानेर. देश भर में शिव रात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. बीकानेर के बारह महादेव मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. खास बात यह है, कि इस शिव मंदिर में एक साथ 12 ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं.

भारत का दूसरा मंदिर जहां 12 ज्योतिर्लिंग विराजमान

भारत का दूसरा ऐसा मंदिर जहां एक साथ विराजमान हैं 12 ज्योतिर्लिंग

भारत में यह एक ऐसा दूसरा मंदिर है, जहां एक ही मंदिर में शिव के 12 ज्योतिर्लिंग स्थित है. शिव की आराधना करना आसान नहीं है. अपनी मन्नत के अनुसार लोग शिव की आराधना करते हैं. बता दें, कि देश में एक स्थान पर एक साथ बारह ज्योतिर्लिंग दो ही जगह पर हैं. एक कोलकाता का बारह महादेव मंदिर और दूसरा बीकानेर का बारह महादेव का मंदिर.

इस मंदिर की विशेषता ये है, कि इस मंदिर में एक ही स्थान पर बारह शिवलिंग बने हैं और साथ में बारह मंदिर भी बने हैं. जहां शिव परिवार, मां पार्वती और गणेश विराजमान है. इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है. शिवरात्रि के दिन सुबह से मंत्रोच्चार और ॐ नम: शिवाय से मंदिर गूंजायमान हुआ. महादेव के जयकारे लगाते हुए भक्तगणों ने शिवलिंग की पूजा की.

इस मंदिर में युवतियां बारह ज्योतिर्लिंगों की पूजा कर मनपसंद पति की कामना करती हैं. ऐसी भी मान्यता है, कि बारह ज्योतिर्लिंगों की पूजा करने से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. लोग अपने जीवन में खुशहाली और सुख की कामना के लिए यहां आते हैं.

इस मंदिर में शिव के बारह ज्योर्तिलिंग हैं, जिनकी भक्त मंत्रोच्चार से पूजा-अर्चना करते हैं. बेलपत्र, दूध, जल और घृत से देवों के देव महादेव का अभिषेक करते हैं. साथ ही पुष्प, चावल, चन्दन, धतुरा, जनेऊ से महादेव का श्रृंगार करते हैं. शिवरात्रि के दिन सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. देर रात तक चलने वाली पूजा-अर्चना के बाद रात में इस मंदिर में भजन संध्या का आयोजन भी किया गया.

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लगभग 150 साल पुराने इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं. ऐसी मान्यता है, कि बारह ज्योर्तिलिंग के मंदिर में आने वाले शिव भक्तों के जीवन में परिवर्तन आ जाता है और उन्हें जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.

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