ETV Bharat / city

मेला हमारी संस्कृति का हिस्सा, अपनी परंपराओं को आगे ले जाने में सहायक- रमेश बोराणा

बीकानेर में इनदिनों अंतर्राष्ट्रीय उत्सव चल रहे हैं.जिले में दौरे पर आए राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा (Ramesh Borana vice chairman of the State Fair Authority) ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की (vice chairman of State Fair Authority spoke during tour). इस दौरान बोराणा ने ईटीवी भारत से तमाम मुद्दों पर चर्चा की.

Ramesh Borana vice-chairman of the State Fair Authority
बीकानेर में रमेश बोराणा
author img

By

Published : Mar 10, 2022, 5:57 PM IST

बीकानेर. राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा (Ramesh Borana vice chairman of the State Fair Authority) बीकानेर के दौरे पर थे. इस दौरान बीकानेर में चल रहे अंतरराष्ट्रीय उत्सव को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ रमेश बोराणा में चर्चा की (vice chairman of State Fair Authority spoke during tour).रमेश बोराणा से मेला प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को लेकर ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

मेले को लेकर प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बोराणा ने कहा कि मेला हमारी संस्कृति का हिस्सा है. लोककला और मेला हमारी संस्कृति का एक प्रमुख अंग है. मेलों के माध्यम से हम अपनी परंपराओं को और बेहतर तरीके से आगे ले जा सकते हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने अपनी इच्छा से इस प्राधिकरण की जिम्मेदारी को संभालने का निर्णय किया है.

राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा

कलाकारों और ग्रामीण लोगों को मिले रोजगार
रमेश बोराणा ने कहा कि मेला प्राधिकरण के दायरे में राजस्थान के 100 से ज्यादा बड़े मेले आते हैं. इन मेलों में व्यवस्थाएं सुचारु रहे, श्रद्धालुओं को कम से कम परेशानी हो, इसको लेकर भी हम लोग मीटिंग कर रहे हैं. साथ ही इन मेलों में ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े कलाकारों, हस्तशिल्प कलाकारों को रोजगार मिले. उन्हें निशुल्क दुकानों का आवंटन प्राधिकरण के प्रक्रिया से हो ताकि लोगों तक भी यह उत्पाद पहुंचे और ऐसे लोगों को जीवोकापार्जन में सहयोग मिले यह भी हमारा उद्देश्य है.

पढ़ें-Jodhpur Lokanurjan Mela 2022 : लोकानुरंजन मेले में नजर आया मिनी भारत, 9 राज्यों के कलाकार हुए शामिल...देखें VIDEO

फूहड़ता का कोई स्थान नहीं
महाशिवरात्रि के पर्व के मौके पर कोटा संभाग में एक स्थान पर रशियन और हरियाणा डांसर के कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि इस तरह का वाक्या मेरी जानकारी में नहीं आया है. लेकिन धार्मिक मेलों में इस तरह की फूहड़ता का कोई स्थान नहीं है और ऐसा हुआ है तो मैं संबंधित अधिकारियों से बात करूंगा.

ऊंट उत्सव को लेकर ये कहा
इस दौरान रमेश बोरोना में ऊंट उत्सव और मरु महोत्सव साथ ही पुष्कर मेले जैसे आयोजनों को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि बीकानेर के उत्सव को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ में भी चर्चा हुई है और प्राधिकरण के दायरे में इनको लेने के लिए चर्चा की जाएगी.

बीकानेर. राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा (Ramesh Borana vice chairman of the State Fair Authority) बीकानेर के दौरे पर थे. इस दौरान बीकानेर में चल रहे अंतरराष्ट्रीय उत्सव को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ रमेश बोराणा में चर्चा की (vice chairman of State Fair Authority spoke during tour).रमेश बोराणा से मेला प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को लेकर ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

मेले को लेकर प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बोराणा ने कहा कि मेला हमारी संस्कृति का हिस्सा है. लोककला और मेला हमारी संस्कृति का एक प्रमुख अंग है. मेलों के माध्यम से हम अपनी परंपराओं को और बेहतर तरीके से आगे ले जा सकते हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने अपनी इच्छा से इस प्राधिकरण की जिम्मेदारी को संभालने का निर्णय किया है.

राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा

कलाकारों और ग्रामीण लोगों को मिले रोजगार
रमेश बोराणा ने कहा कि मेला प्राधिकरण के दायरे में राजस्थान के 100 से ज्यादा बड़े मेले आते हैं. इन मेलों में व्यवस्थाएं सुचारु रहे, श्रद्धालुओं को कम से कम परेशानी हो, इसको लेकर भी हम लोग मीटिंग कर रहे हैं. साथ ही इन मेलों में ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े कलाकारों, हस्तशिल्प कलाकारों को रोजगार मिले. उन्हें निशुल्क दुकानों का आवंटन प्राधिकरण के प्रक्रिया से हो ताकि लोगों तक भी यह उत्पाद पहुंचे और ऐसे लोगों को जीवोकापार्जन में सहयोग मिले यह भी हमारा उद्देश्य है.

पढ़ें-Jodhpur Lokanurjan Mela 2022 : लोकानुरंजन मेले में नजर आया मिनी भारत, 9 राज्यों के कलाकार हुए शामिल...देखें VIDEO

फूहड़ता का कोई स्थान नहीं
महाशिवरात्रि के पर्व के मौके पर कोटा संभाग में एक स्थान पर रशियन और हरियाणा डांसर के कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि इस तरह का वाक्या मेरी जानकारी में नहीं आया है. लेकिन धार्मिक मेलों में इस तरह की फूहड़ता का कोई स्थान नहीं है और ऐसा हुआ है तो मैं संबंधित अधिकारियों से बात करूंगा.

ऊंट उत्सव को लेकर ये कहा
इस दौरान रमेश बोरोना में ऊंट उत्सव और मरु महोत्सव साथ ही पुष्कर मेले जैसे आयोजनों को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि बीकानेर के उत्सव को लेकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ में भी चर्चा हुई है और प्राधिकरण के दायरे में इनको लेने के लिए चर्चा की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.