बीकानेर. प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और उप नेता प्रतिपक्ष और पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ गुरुवार को बीकानेर आए. बीकानेर रियासत की पूर्व महारानी और विधायक सिद्धि कुमारी की माता पद्माकुमारी के निधन पर शोक जताने पहुंचे राठौड़ ने विधायक सिद्धी कुमारी को ढांढस बंधाया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सियासी घटनाक्रम को लेकर सीएम गहलोत पर निशाना भी साधा.
पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त और प्रदेश सरकार को अस्थिर करने के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाजपा और केंद्र सरकार पर लगाए आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाने वाले अशोक गहलोत पहले बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय को लेकर जवाब दें.
उन्होंने कहा कि चुनाव में हाथी के निशान पर चुनकर आए विधायकों ने हाथ का दामन कैसे थामा, इसका जवाब गहलोत को देना चाहिए. प्रदेश में सरकार को अस्थिर करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने घर को संभाल नहीं पा रही है और कांग्रेस के मंत्री अपने हिसाब से बयान दे रहे हैं, जो साफ तौर पर साबित कर रहा है कि सरकार में मनमुटाव है. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश मणिपुर और गोवा सब जगह कांग्रेस में फूट हुई है और भाजपा पर आरोप लगाना ठीक नहीं है.
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प्रदेश में कोरोना महामारी को लेकर किए इंतजामों को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे पहले सामने आए पॉजिटिव के बाद मैंने विधानसभा में कहा था कि महामारी को लेकर राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए और सबको मिलजुल कर इस से लड़ना है. लेकिन यूपी में बसों को भेजने और राहत सामग्री के वितरण का कांग्रेसीकरण करने का काम कांग्रेस की सरकार ने किया है.
राजगढ़ थानाधिकारी रहे विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या के मामले को लेकर किए सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले को सीबीआई जांच के लिए देना चाहिए और सीबीआई की अनुशंसा हो गई है, तो सीआईडी सीबी इसको लेकर बेवजह की ताका झांकी नहीं करे. झालावाड़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पोस्टर लगाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि ये निंदनीय है और इस तरह की घटना करने वालों को माफ नहीं किया जाना चाहिए.