बीकानेर. बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में कोविड मरीजों के इलाज में मिली लापरवाही की शिकायतों के साथ ही उनके निराकरण और इलाज के बेहतर प्रबंधन को लेकर राज्य सरकार के निर्देशों के बाद चिकित्सा विभाग का एक चार सदस्यीय दल मंगलवार को बीकानेर पहुंचा. दल में शामिल सदस्य सयुंक्त शासन सचिव और अतिरिक्त निदेशक चिकित्सा भवानी सिंह पालावत के नेतृत्व में एसएमएस अस्पताल के चिकित्सक शामिल रहे. इस दौरान टीम ने कोविड अस्पताल का पीपीई किट पहनकर निरीक्षण किया और भर्ती मरीजों से भी बात की.
इसके बाद टीम ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एसएस राठौड़, पीबीएम अधीक्षक मोहम्मद सलीम सहित प्रमुख चिकित्सकों के साथ बैठक की और सामने आई कमियों पर चर्चा कर उन्हें दूर करने के निर्देश दिए. इसके बाद टीम प्राचार्य और अधीक्षक के साथ जिला कलेक्टर नमित मेहता से भी मिली और उन्हें व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर सुझाव दिए.
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इस दौरान अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी और मरीजों के इलाज में लापरवाही के सवाल पर पालावत ने कहा कि व्यवस्थाओं में सुधार हो रहा है और सामने आती परेशानी को दूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ बिंदुओं पर कॉलेज और पीबीएम प्रशासन से चर्चा की है.
संक्रमितों का आंकड़ा 20 हजार के पार
बीकानेर में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं और हर दिन पॉजिटिव के नए आ रहे. मामलों के बीच अब बीकानेर पूरी तरह से कम्युनिटी स्प्रेड की जद में आ चुका है. बीकानेर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और हर दिन नए पॉजिटिव सामने आ रहे हैं. मंगलवार को 198 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए. बीकानेर में नवंबर महीने में अब तक 3 दिन में 622 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए. अब तक बीकानेर में संक्रमितों का आंकड़ा 20 हजार के पार हो गया है.
जालोर जिला कलेक्टर कोरोना की चपेट में
जिले में कोरोना वायरस ने 6 मई को प्रवासियों के साथ दस्तक दी थी. उसके बाद लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे थे. आंकड़ा चार हजार के पार पहुंच गया था. जिसमें प्रशासनिक अधिकारी भी चपेट में आये, लेकिन पहली बार जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, उनकी धर्मपत्नी और पुत्र भी कोरोना की चपेट में आ गए है. जिसके बाद अब चिकित्सकों की देखरेख में उपचार शुरू किया है.