बीकानेर. लंबे समय से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की उठ रही मांग भले ही तेज हो गई हो, लेकिन अभी भी इस मांग को पूरा होने में समय लगेगा. दरअसल शिक्षा विभाग ने तबादलों की पॉलिसी को लेकर पूर्व में जो रिपोर्ट सौंपी थी, उसमें अन्य राज्यों की तबादला पॉलिसी का अध्ययन कर नए सिरे से रिपोर्ट बनाने के निर्देशों के बाद अब तबादला पॉलिसी को लेकर कमेटी अन्य राज्यों की पॉलिसी का अध्ययन कर रही है. मंगलवार बीकानेर के दौरे पर आए शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने (BD Kalla on third grade teachers transfer) साफ किया कि अभी तक तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले को लेकर समय लगेगा.
कल्ला ने साफ किया कि तबादला पॉलिसी को लेकर बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट नए सिरे से आने के बाद कैबिनेट से इसकी मंजूरी के बाद तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले होंगे. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले में परित्यक्ता, विधवा और गंभीर बीमारी से पीड़ित को राहत दिए जाने को लेकर हम गंभीर हैं. उन्होंने कहा कि एक जिले से दूसरे जिले में तबादले से प्रभावित व्यक्ति की वरिष्ठता खत्म हो जाएगी और वह सबसे जूनियर होगा. यह सब लोगों को पता है. बावजूद इसके लोग ट्रांसफर चाहते हैं.
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उन्होंने कहा कि कमेटी अपना काम कर रही है और हमने अलग-अलग राज्यों की पॉलिसी अध्ययन करने के निर्देश दिए हुए हैं. सब राज्यों से पॉलिसी के समझने के बाद राजस्थान में पॉलिसी बनाएंगे और कैबिनेट से मंजूरी के बाद ही तबादले होंगे. इस दौरान जब कल्ला से सवाल किया गया कि पॉलिसी को लेकर कितना टाइम लगेगा और अभी कितना काम बाकी है, तो उन्होंने कहा कि अभी काम हो रहा है. समय कितना लगेगा, इसके बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि कम से कम तीन से चार महीने बाद ही इस तरह की कोई कवायद होगी.
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अगले सत्र में ही ट्रांसफर संभव: ऐसे में मंत्री कल्ला के बयान से यह बात साफ है कि वर्तमान में शिक्षकों के तबादले के कोई आसार नहीं है. कमेटी की नए सिरे से मिलने वाली रिपोर्ट का अध्ययन और उसकी आपत्तियों के निस्तारण के बाद इसकी मंजूरी कैबिनेट से होगी और उसके बाद ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों का रास्ता खुलेगा. ऐसे में नए शिक्षा सत्र और चुनावी वर्ष में ही अब तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले के आसार नजर आ रहे हैं.