बीकानेर. नोखा के एक निजी कॉलेज की दलित छात्रा डेल्टा मेघवाल के कॉलेज के हॉस्टल के कुंड में शव मिलने के 5 साल पुराने मामले की सुनवाई पूरी करते हुए कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ फैसला सुरक्षित रख लिया है. 11 अक्टूबर को कोर्ट में आरोपियों को सजा सुनाई जाएगी.
दरअसल, बाड़मेर की रहने वाली छात्रा डेल्टा मेघवाल की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले को लेकर काफी राजनीति हुई थी. उस वक्त कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मृतक छात्रा के परिजनों से मिलने के लिए बाड़मेर भी गए थे और बीकानेर के नोखा में कई दिनों तक विरोध-प्रदर्शन का दौर भी चला था.
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29 मार्च 2016 को घटित इस घटना के बाद काफी प्रदर्शन भी हुए थे. परिवादी की ओर से पैरवी करने वाले अधिकवक्ता बजरंग छिमपा ने बताया कि पॉक्सो कोर्ट में मामले की सुनवाई पूरी हो गई है और कोर्ट ने कॉलेज के शारीरिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक विजेंद्र सिंह को दुष्कर्म का दोषी करार दिया. साथ ही कोर्ट ने वार्डन प्रज्ञा शुक्ला और प्रिंसिपल प्रिया प्रतीक शुक्ला को लापरवाही का जिम्मेदार ठहराया है. सोमवार को इस मामले में कोर्ट सजा सुनाएगी.