बीकानेर. शहर में शुक्रवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता ने जिला कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर अब तक किए प्रयासों की समीक्षा की गई. साथ ही भविष्य को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.
इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि लॉकडाउन खत्म हुआ है, लेकिन कोरोना अब तक खत्म नहीं हुआ है. इसीलिए संबंधित एरिया मजिस्ट्रेट अपने थाना क्षेत्र में एडवाइजरी की पालना को लेकर नियमित रूप से भ्रमण करें और एडवाइजरी की पालना नहीं करने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.
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इस दौरान जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना को लेकर किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करवाई जाए. शहर के कुछ भवनों में चल रहे कोविड-19 सेंटर में सहयोग नहीं करने वाले भवन संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए. इस दौरान जिला कलेक्टर ने सीएमएचओ को कोरोना जांच के समय संदिग्ध रोगी से फार्म भरवाने के निर्देश दिए. साथ ही जांच रिपोर्ट आने तक संदिग्ध को घर पर ही रहने के निर्देश दिए.
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एक लाख के आंकड़े को पार कर चुका बीकानेर
कोरोना के शुरुआती दौर में प्रदेश में कोरोना की जांच में पिछड़ा बीकानेर अब प्रदेश के 4 जिलों में शुमार हो गया है. प्रदेश में जयपुर, जोधपुर, कोटा के बाद बीकानेर जांच के मामले में चौथे नंबर पर है. साथ ही प्रदेश में एक लाख से ज्यादा जांच करने वाले जिलों में चौथे नंबर पर है. पिछले डेढ़ महीने में बीकानेर में 70 हजार से ज्यादा लोगों की जांच की गई है. वहीं शुरुआती साढे तीन महीनों में बीकानेर में 30 हजार के करीब जांच हुई थी.