बीकानेर. गर्मियों के सीजन में आमजन को पानी की किल्लत नहीं हो, इसके लिए हर साल होने वाली नहरबंदी को इस बार कोरोना महामारी के चलते टालने के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री और बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा हैं. इसके लिए मेघवाल ने बुधवार को मुख्यमंत्री गहलोत से फोन पर बात कर पूरे मामले की जानकारी भी दी.
मेघवाल ने अपने पत्र में लिखा कि नहरबंदी के चलते राजस्थान के सीमावर्ती जिले बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, जोधपुर, बाड़मेर और जैसलमेर प्रभावित होंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते चिकित्सकों की ओर से बार-बार हाथ धोने की सलाह दी जा रही है. जिसके चलते पानी की खपत भी ज्यादा हो रही है. ऐसे में आने वाले समय में नहरबंदी के चलते पानी की किल्लत हो सकती है.
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केंद्रीय मंत्री अर्जुन ने सीएम गहलोत से दूरभाष पर वार्ता कर नहरबंदी के निर्णय को स्थगित करने की मांग की https://t.co/S6LN1LTki8
— Arjun Ram Meghwal (@arjunrammeghwal) March 25, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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उन्होंने कहा कि नहर बंदी के लिए राजस्थान और पंजाब में अभी श्रमिक भी नहीं मिलेंगे, ऐसे में आने वाले समय में पानी की किल्लत ने हो इसको लेकर सरकार को प्रस्तावित नहरबंदी को टालना ही सही रहेगा. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने अपने पत्र में कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है और स्वच्छता को लेकर विशेष ध्यान देने की अपील के चलते पानी की बढ़ती खपत को देखते हुए एक बार नहर बंदी के निर्णय को टाला जाए.
आपको बता दें कि जल संसाधन विभाग ने पंजाब में हरिके हैडवक्र्स के गेटों की मरम्मत और अन्य कार्य के लिए नहरबंदी की विधिवत घोषणा की थी. जिसके तहक नहरबंदी 27 मार्च से 16 अप्रेल तक की जा रही थी.