बीकानेर. गर्मी का मौसम शुरू होते ही पेयजल की खपत बढ़ (Water Crisis in Bikaner) जाती है. ऐसे में नहरबंदी के चलते अब आने वाले दिनों में पेयजल की किल्लत देखने को (drinking water scarcity in rajasthan) मिल सकती है.
दरअसल, नहर प्रशासन की ओर से 21 मार्च से 19 मई तक कुल 60 दिनों के लिए नहरबंदी की गई है. हालांकि, नहरबंदी के दौरान पेयजल की किल्लत से आम लोगों को परेशानी नहीं हो इसको लेकर जलदाय विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था की बात कही है.
टैंकरों के माध्यम से होगी जलापूर्ति : जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि नहर बंदी के प्रथम 30 दिनों में नहर में कल का प्रभाव कम होगा, लेकिन पेयजल आपूर्ति में किसी प्रकार की किल्लत नहीं आएगी. उन्होंने बताया कि नहरबंदी के चलते पेयजल आपूर्ति में दिक्कत नहीं हो इसको लेकर जलदाय विभाग ने एक्शन प्लान तैयार किया हुआ है.
आज बीकानेर में शोभासर और बीछवाल जलाते भंडारण से शहर को अगले 30 दिनों के लिए पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जाएगी. उसके अलावा टैंकरों के माध्यम से भी पेयजल की आपूर्ति करवाई जाएगी. उन्होंने दावा किया कि पिछली बार नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति में परेशानी हुई थी. लेकिन इस बार एक दिन छोड़कर एक दिन पेयजल आपूर्ति की बजाय सप्ताह में 2 दिन आपूर्ति बाधित रह सकती है. हालांकि, पहले एक महीने में किसी भी प्रकार से पेयजल आपूर्ति में दिक्कत नहीं होगी.
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विभाग के पास 135 एमएलडी पानी की उपलब्धता : अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि बीकानेर में डेढ़ सौ एमएलडी पानी की खपत है और जलदाय विभाग के पास 135 एमएलडी पानी की उपलब्धता है.
ऐसे में पेयजल को लेकर ज्यादा दिक्कत नहीं होगी. वहीं, पिछली बार की तुलना में इस बार नहर से जलदाय विभाग को बीकानेर में पानी की आपूर्ति भी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि पिछली बार जोधपुर को नहर से जलापूर्ति ज्यादा हुई थी और इस बार समानांतर रूप से बीकानेर को भी 220 पूछे पानी की आपूर्ति का आश्वासन नहर विभाग से मिला है. ऐसे में पेयजल की किल्लत से निबटने के पूरे प्रयास किए जाएंगे.