बीकानेर. बीकानेर नगर निगम की बजट सभा की बैठक शनिवार को हंगामे के साथ शुरू हुई. महापौर सुशीला कंवर ने निगम के वितीय वर्ष 2022-23 का 362 करोड़ 33 लाख 30000 रुपए का बजट प्रस्ताव रखा और ध्वनि मत से इसे पारित करवाया. बैठक के बाद महापौर सुशीला कंवर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
बीकानेर नगर निगम के बजट सभा की बैठक शनिवार को हुई वर्ष 2022-23 (Bikaner Nagar Nigam Budget 2022) के बजट और अनुमानित खर्च और नई योजनाओं को लेकर बजट में शहर के विकास के लिए कई नई योजनाओं को शुरू करने की बात कही गई है. बैठक के बाद ईटीवी भारत से महापौर सुशीला कंवर ने खास बातचीत की और बजट में कई प्रस्ताव दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि शहर के सांस्कृतिक विरासत के संगठन के साथ ही नई विकास योजनाओं को बजट में लिया गया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीकानेर में नए फायर स्टेशन की स्थापना की जाएगी. बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन को लेकर सावित्री बाई फूले बालिका शिक्षा उत्थान योजना का पैकेज बना कर राजकीय बालिका विद्यालयों पर एक करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया है.
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कांग्रेसी पार्षदों ने महापौर और पार्षदों के बैठने के स्थान के बीच में की गई बैरिकेडिंग और सदन के वैल में पुलिस के होने को लेकर एतराज जताया. कांग्रेसी पार्षदों ने व्यवस्था बदलने को लेकर विरोध (Protest of Congress councillors in budget session) जताया और हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेसी पार्षद इमरान बैरिकेडस को लांघते हुए महापौर के पास पहुंच गए और काले झंडे दिखाए. सदन में महापौर ने बजट भाषण पढ़ना शुरू किया. पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कई बार पार्षदों ने सदन में माइक सिस्टम का कार्ड निकाल दिया, जिसके चलते महापौर को भी बीच-बीच में बजट अभिभाषण रोकना पड़ा. इस दौरान भाजपा पार्षदों ने 'रीट का पेपर कहां मिलेगा' और 'नाथी तेरे बाड़े में' जैसे नारे भी लगाए.
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बैठक के दौरान पार्षदों की ओर से सदन में पुलिस की मौजूदगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि रूटीन प्रक्रिया के तहत पुलिस को भी और जिला प्रशासन को बैठक की सूचना दी जाती है और पुलिस अधीक्षक ने पुलिस की व्यवस्था की थी और इसमें कुछ भी गलत नहीं है. सदन के दौरान कांग्रेसी पार्षदों की ओर से आसन के पास आकर काले झंडे दिखाने और बीच में ही सदन की बत्ती गुल कर देने जैसे विरोध पर उन्होंने कहा कि जो जनप्रतिनिधि चुनकर आते हैं, उनकी जनता के प्रति भी जिम्मेदारी है और सदन में मर्यादाओं का ध्यान रखना जरूरी है. अगर बजट अभिभाषण पर चर्चा होती तो स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा का निर्वहन होता.
गौरतलब है कि बीकानेर नगर निगम की बजट बैठक में कांग्रेसी पार्षदों ने बीच में बिजली सप्लाई को बंद कर दिया. वहीं बार-बार माइक को भी बंद कर दिया गया. इसके अलावा महापौर के आसन के पास जाकर कांग्रेसी पार्षदों ने काले झंडे भी दिखाए. बजट अभिभाषण में महापौर कृष्णा गौर ने इस बार नई व्यवस्था करते हुए भविष्य में किसी भी नजरिए वार्ड में किसी भी तरह के विकास और निर्माण कार्य बिना महापौर की स्वीकृति के नहीं बनाने का प्रस्ताव रखा. जिसे पारित कर दिया गया. ऐसे में भविष्य में किसी भी प्रकार के विकास और निर्माण कार्यों के लिए महापौर की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जरूरी होगी और उसके बिना कोई भी नया काम शुरू नहीं हो पाएगा.