बीकानेर. प्रदेश के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ऊर्जा मंत्री बनने के बाद पहली बार रविवार को बीकानेर (Bhanwar Singh Bhati Bikaner visit) पहुंचे. बीकानेर की सीमा में प्रवेश करते ही मंत्री भंवर सिंह भाटी का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ स्वागत किया. इससे पहले जयपुर से बीकानेर के रास्ते में जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कांग्रेस विधायकों ने मंत्री का स्वागत किया. बीकानेर जिले की सीमा में प्रवेश करते ही कीतासर गांव में मंत्री भंवर सिंह भाटी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान और मुख्यमंत्री ने जो भरोसा जताया है उस पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा. उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्रालय की जो जिम्मेदारी दी गई है उसे निभाने की कोशिश करूंगा. मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि पिछले 3 साल में कोविड की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान में काफी काम हुआ है. उनका प्रयास रहेगा कि राजस्थान ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनें और इस तरह के पीछे 3 सालों में ऊर्जा क्षेत्र में किसानों के हित में प्रदेश की सरकार ने काम किया है वह आगे भी जारी रहेंगे.
अपनी प्राथमिकताओं को लेकर मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि किसानों को गुणवत्ता युक्त बिजली मिले साथ ही लंबित कनेक्शनों पर जल्द से जल्द निस्तारण करने के साथ शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित हो. यह उनकी प्राथमिकता रहेगी. उन्होंने कहा कि पानी, बिजली, सड़क चिकित्सा के साथ ही ऊर्जा के क्षेत्र में भी राजस्थान आत्मनिर्भर बनें और बेहतर काम हो यह उनका प्रयास रहेगा. इस दौरान मंत्री भंवर सिंह भाटी ने आज राजस्थान में 15 से ज्यादा जिलों में किसानों को दिन में बिजली दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में फीडर इंप्रूवमेंट का काम हो या लाइनों को दुरुस्त करने का काम हो बड़ी तेजी से हो रहा है और आगे भी ऐसा काम जारी रहेगा. मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि किस मंत्री को कौन सा मंत्रालय देना है और किस विधायक को मंत्री बनाना है यह पार्टी आलाकमान और मुख्यमंत्री का निर्णय है. उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काफी बेहतर काम किया. अब आलाकमान और मुख्यमंत्री ने ऊर्जा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है उस पर भी खरा उतरने का प्रयास करेंगे.
भाजपा की ओर से कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और संगठन प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के नेतृत्व में सारे विधायक मंत्री एकजुट हैं और आने वाले 2023 के चुनाव में कांग्रेस फिर से सत्ता में आएगी. केंद्र सरकार ने जनता और किसानों के साथ छल किया है. भाजपा के कुशासन से जनता परेशान है ऐसे में एक बार फिर राजस्थान ने कांग्रेस की ही सरकार बनेगी.