भीलवाड़ा. उद्योग नगरी भीलवाड़ा में वेतन को लेकर फैक्ट्री मालिकों और श्रमिकों के बीच विरोध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. इसी बीच सोमवार को फैक्ट्री बंद होने के कारण श्रमिकों ने फैक्ट्री के बाहर बैठकर विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया.
गौरतलब है कि भीलवाड़ा के बन्द कपड़ा फैक्ट्री को ट्रैक पर लाने के लिए 4 उद्योग संघ श्रमिक संगठनों के बीच जिला कलेक्टर की मध्यस्थता में हुई वार्ता के साथ बड़ी संख्या में उद्योग शुरू हो गए. लेकिन विविन मिल एसोसिएशन ने सोमवार को अचानक बंद का आह्वान कर दिया. फैक्ट्रियां बंद के कारण सोमवार को रीको एरिया में कुछ फैक्ट्रियों के बाहर मजदूर काम शुरू होने के इंतजार में बैठे रहे. वहीं टेक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन, मेवाड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और लघु भारतीय संघ ने इस बन्द से अपने आपको अलग रखा है.
मजदूर संघ के अध्यक्ष नारायण चौधरी ने कहा कि जिला कलेक्टर की पहल पर हमनें उद्योगपतियों के साथ मिलकर कपड़ा नगरी में उद्योग इकाइयों को चालू कराने का निर्णय लिया. सोमवार को कई जगह पर काम शुरू हो गया, लेकिन चार में से एक संघ वीविंग मिल्स एसोसिएशन ने फैक्ट्रियों में काम शुरू नहीं किया. बाद में मजदूरों ने फैक्ट्रियों के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया.
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श्रमिक राजकुमार ने कहा कि हम लोग 2 दिन से फैक्ट्री में आ रहे हैं और सोमवार को अचानक फैक्ट्री मालिक ने फैक्ट्री बंद होने की बात कहकर हम किसी को अंदर नहीं आने दिया. फैक्ट्री मालिक राजेश सिसोदिया ने कहा कि 2 दिन से लेबर आ रहे थे, लेकिन वापीन के लेबर अब तक नहीं आए. जिसके कारण हमारी एसोसिएशन ने बंद का आह्वान किया है उसके कारण सोमवार को फैक्ट्री बंद रखी है.