भीलवाड़ा. जिले में रबी की फसल की बुवाई की शुरुआत हो चुकी है. किसान बुवाई के लिए खलियान में जुट गए हैं. इस बार किसानों को किसी प्रकार की खाद की समस्या का सामना नहीं करना पड़े. इसके लिए पर्याप्त मात्रा में खाद का स्टॉक उपलब्ध है. जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे जिले के किसानों ने रबी की फसल की बुवाई की शुरुआत कर दी है. जिले में किसान इस बार सरसों, चना, तारामीरा की फसल की बुवाई पहले कर चुके हैं और वर्तमान में गेहूं, जौ और मेथी की बुवाई कर रहे हैं.
कृषि विभाग ने भी जिले के तमाम कृषि पर्यवेक्षकों को फील्ड में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही यह भी कहा कि किसानों को फसल बुवाई के लिए आवश्यक तरीके और गुणवत्तापूर्ण बीज बोने के लिए समझाएं. इस प्रकार रबी की फसल में बुवाई के लिए पर्याप्त मात्रा में डीएपी और यूरिया खाद उपलब्ध है, जहां किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े.
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भीलवाड़ा कृषि उपनिदेशक रामपाल खटीक ने ईटीवी भारत को बताया कि जिले में रबी की फसल के रूप में गेहूं, जौ, सरसों, तारामीरा की फसल की बुवाई हो रही है. जहां किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े जिसके लिए हमें तमाम कृषि पर्यवेक्षकों को फील्ड में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही हमारे पास पर्याप्त मात्रा में डीएपी और यूरिया खाद उपलब्ध है. भीलवाड़ा जिले की तमाम सहकारी समितियों में 32 हजार मैट्रिक टन यूरिया खाद और 12 हजार मैट्रिक टन डीएपी खाद उपलब्ध है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की समस्या ना हो.