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भीलवाड़ा में सर्पदंश के बढ़े मामले...स्वास्थ्य विभाग ने की तैयारियां पूरी

वर्षा ऋतु में किसानों द्वारा खेतों में काम करते समय सर्पदंश से होने वाली मौत को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग ने समस्त तैयारियां पूरी कर ली है. जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रकाश शर्मा ने किसानों से अपील किया कि काम करते समय सावधानी रखें और किसी अंधविश्वास में नही आए.

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Published : Jul 31, 2019, 3:10 PM IST

सर्पदंश के बढ़े मामले.... स्वास्थय विभाग ने की तैयारियां पूरी

भीलवाड़ा. तापमान में आ रहे बदलाव का असर जीवों पर भी पड़ने लगा है. पिछले कुछ सालों से सर्प दंश का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. गत वर्ष सर्पदंश पीड़ितों के लिए जिले के महात्मा गांधी चिकित्सालय में काफी संख्या में मरीज पहुंचे थे. जहां कुछ मरीजों की मौत अंधविश्वास के भेंट चढ़ने के कारण हो गई.

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वर्षा ऋतु में किसानों द्वारा खेतों में काम करते समय सर्पदंश की घटना सबसे ज्यादा होती है. किसानों को फसल में दवाई छिड़काव , फसल में निराई, गुड़ाई करते समय भीषण उमस के कारण जहरीले सांप काट लेते हैं, जिससे इलाज के दौरान उनकी मौत हो जाती है. किसानों की मौत रोकने के लिए इस वर्ष चिकित्सा विभाग ने समस्त तैयारियां पूरी कर ली है.

सर्पदंश के बढ़े मामले.... स्वास्थ्य विभाग ने की तैयारियां पूरी


जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रकाश शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि भीषण उमस और इस मौसम में किसानों को खेत खलियान में काम करते समय सांप काटने की घटनाएं सबसे ज्यादा होती है. उन्होंने किसानों से अपील की कि काम करते समय सावधानी रखें और किसी अंधविश्वास में नही आए. सांप काटने पर वो तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व जिला मुख्यालय पहुंचकर इलाज करवाएं.

पढ़ें - सेना का भूतपूर्व जवान बता कर OLX पर युवक से की रॉयल इनफिल्ड मोटरसाइकिल सौदे में ठगी


डॉ प्रकाश शर्मा ने कहा कि भीषण उमस में खेत में काम करते समय पैरों में जूते पहने रहे और अगर किसी को उसमें सांप काट जाता है तो एएसपी इंजेक्शन निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर लगवाएं. उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से अगर कोई सांप काटने पर अस्पताल में इलाज करवाता है तो उनके लिए समस्त दवाइयां उपलब्ध है. बता दें कि चिकित्सा विभाग ने जिले के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो-दो एसपी के इंजेक्शन उपलब्ध करवा दिया है, साथ ही जिला मुख्यालय पर महात्मा गांधी अस्पताल में वर्तमान में 3000 इंजेक्शन उपलब्ध है.

भीलवाड़ा. तापमान में आ रहे बदलाव का असर जीवों पर भी पड़ने लगा है. पिछले कुछ सालों से सर्प दंश का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. गत वर्ष सर्पदंश पीड़ितों के लिए जिले के महात्मा गांधी चिकित्सालय में काफी संख्या में मरीज पहुंचे थे. जहां कुछ मरीजों की मौत अंधविश्वास के भेंट चढ़ने के कारण हो गई.

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वर्षा ऋतु में किसानों द्वारा खेतों में काम करते समय सर्पदंश की घटना सबसे ज्यादा होती है. किसानों को फसल में दवाई छिड़काव , फसल में निराई, गुड़ाई करते समय भीषण उमस के कारण जहरीले सांप काट लेते हैं, जिससे इलाज के दौरान उनकी मौत हो जाती है. किसानों की मौत रोकने के लिए इस वर्ष चिकित्सा विभाग ने समस्त तैयारियां पूरी कर ली है.

सर्पदंश के बढ़े मामले.... स्वास्थ्य विभाग ने की तैयारियां पूरी


जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रकाश शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि भीषण उमस और इस मौसम में किसानों को खेत खलियान में काम करते समय सांप काटने की घटनाएं सबसे ज्यादा होती है. उन्होंने किसानों से अपील की कि काम करते समय सावधानी रखें और किसी अंधविश्वास में नही आए. सांप काटने पर वो तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व जिला मुख्यालय पहुंचकर इलाज करवाएं.

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डॉ प्रकाश शर्मा ने कहा कि भीषण उमस में खेत में काम करते समय पैरों में जूते पहने रहे और अगर किसी को उसमें सांप काट जाता है तो एएसपी इंजेक्शन निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर लगवाएं. उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से अगर कोई सांप काटने पर अस्पताल में इलाज करवाता है तो उनके लिए समस्त दवाइयां उपलब्ध है. बता दें कि चिकित्सा विभाग ने जिले के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो-दो एसपी के इंजेक्शन उपलब्ध करवा दिया है, साथ ही जिला मुख्यालय पर महात्मा गांधी अस्पताल में वर्तमान में 3000 इंजेक्शन उपलब्ध है.

Intro:भीलवाड़ा- तापमान में आ रहे बदलाव का असर जीवो पर भी पड़ने लगा है। पिछले कुछ सालों में सर्प दंश का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। गत वर्ष सर्पदंश पीड़ितों के लिए भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में काफी संख्या में मरीज पहुंचे। जहां कुछ असपताल मे ईलाज करवाने नही आकर अंधविश्वास की भेंट चढ़ने के कारण अपनी जान से हाथ धोना पड़ा


Body:वर्षा ऋतु में किसानों द्वारा खेतों में काम करते समय सर्पदंश की घटना सबसे ज्यादा होती है । जहां किसान फसल में दवाई छिड़काव , फसल में निराई गुड़ाई करते समय भीषण उमस के कारण कुछ जहरीले सांप किसानों को काट जाते हैं। जिससे किसानों की इलाज के दौरान मौत हो जाती है ।किसानों की मौत रोकने के लिए चिकित्सा विभाग में समस्त तैयारियां पूरी कर ली है।
इस संबंध में भीलवाड़ा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रकाश शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि भीषण उमस व इस मौसम में किसानों को खेत खलियान में काम करते समय सांप काटने की घटनाएं सबसे ज्यादा होती है । तो किसानों से मैं अपील करना चाहता हूं कि काम करते समय सावधानी रखें। भीषण उमस में खेत में काम करते समय पैरों पर पैरों में जूते पहने रहे और अगर किसी को उसमें सांप काट जाता है तो एएसपी इंजेक्शन निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगाएं। जिससे आप तैयार हो सके और मन में किसी प्रकार की शंका और भ्रांति नहीं रखे ।
वहीं चिकित्सा विभाग ने जिले के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो-दो एसपी के इंजेक्शन उपलब्ध करवा रखे हैं साथ ही जिला मुख्यालय पर महात्मा गांधी अस्पताल में वर्तमान में 3000 इंजेक्शन उपलब्ध है ।भीलवाड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्र से कोई सांप काटने पर पीड़ित होने पर यहां भीलवाड़ा पहुंचता है और अस्पताल में इलाज करवाता है तो उनके समस्त उपलब्ध दवाइयां उपलब्ध है । साथ ही में किसानों से अपील करना चाहता हूं किसी अंधविश्वास में नही आये सांप काटने पर वो तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व जिला मुख्यालय पहुंचकर इलाज करवाएं। अब देखना यह होगा इस ऋतु में किसानों को सांप काटने की घटना पर रोकथाम लगता है या नहीं सोमदत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाड़ा

बाइट - डां.प्रकाश शर्मा

मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भीलवाड़ा


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