भीलवाड़ा. राज्य सरकार ने प्रदेश में 2 अक्टूबर से प्रशासन शहरों और गांवों के संग अभियान का आगाज किया था. इसी के तहत आज शहर सहित जिले में प्रशासन शहरों के संग की (Prashasan Shehron ke Sang Campaign workshop in Bhilwara) क्रियान्विति को लेकर नगर परिषद सभागार में कार्यशाला का आयोजन हुआ.
जिसमें नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीणा ने नगर परिषद सहित जिले की पालिकाओं के अधिकारियों से प्रशासन शहरों के संग अभियान की क्रियान्विति के बारे में जानकारी ली. कार्यशाला में कुंजीलाल मीणा ने तमाम अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि लोगों को इस अभियान से अधिक से अधिक लाभ मिले और उनके आशियानों का पट्टा दिया जाए.
कार्यशाला के दौरान भीलवाड़ा नगर परिषद के उपसभापति राम नाथ योगी ने कुंजी लाल मीणा के सामने कहा की शहर की कच्ची बस्ती के वासियों को पट्टे नहीं दिए जा रहे हैं. इसके कारण लोगों को अभियान का लाभ नहीं मिल पा रहा है. कच्ची बस्ती क्षेत्र को भी योजना क्षेत्र में डाल दिया गया है. जिसके कारण शहर के दस हजार मकानों के टेक्निकल वजह से पट्टे नहीं बना रहे हैं.
उप सभापति योगी का प्रमुख शासन सचिव के सामने दर्द छलक पड़ा. राम नाथ योगी ने प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीणा के सामने कहा कि मैं खुद कच्ची बस्ती में रहता हूं और मेरे मकान का भी अभी तक पटा नहीं मिला है. सरकार की मंशा के अनुरूप प्रशासन शहरों के संग अभियान में काम नहीं हो रहा है. भले ही आप धरातल पर देख सकते हो. वहीं उपसभापति ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना दलालों की मिलीभगत के कोई काम नहीं हो रहा है. यहीं सच्चाई है चाहे मुझे इसके लिए कोई दंड ही क्यों दे.
वहीं भीलवाड़ा नगर परिषद के चेयरमैन राकेश पाठक ने कहा कि टेक्निकल प्रॉब्लम व हाईकोर्ट की रोक की वजह से प्रशासन शहरों के संग शिविर में इच्छुक परिणाम आने चाहिए वह नहीं आ रहे हैं. भीलवाड़ा में सबसे ज्वलंत मुद्दा शहर के आजाद नगर ,संजय कॉलोनी ,सुभाष नगर और कच्ची बस्ती वासियों को पट्टे नहीं मिलने का है. जिससे लोगों को परेशानी हो रही है.
जहां पाठक ने उदाहरण देते हुए कहा कि शहर के आर.सी. व्यास कॉलोनी में एक व्यक्ति विशेष की जगह डिनोटिफाइड होकर पट्टे जारी हो सकते हैं, तो बाकी लोगों की जमीन डिनोटिफाइड होकर पट्टे क्यों नहीं जारी हो रहे हैं. पट्टे नहीं मिलने से भीलवाड़ा शहर के 50 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं.
कार्यशाला में वर्तमान पार्षद व पूर्व उपसभापति मुकेश शर्मा ने कच्ची बस्ती का मुद्दा उठाया. जिसपर कुंजीलाल मीणा ने कहा कि यहां राजनीति नहीं होनी चाहिए. बल्कि समाधान क्या हो इस पर चर्चा होनी चाहिए. राजनेताओं द्वारा मामला उठाने पर कुंजीलाल मीणा ने नाराजगी जाहिर की ओर अंत मे मीडिया के सवालों से बचते हुए चले गए.