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मिट्टी के दीपक विक्रेताओं के चेहरे पर दिखने लगी दिवाली की रौनक - कुम्हारों के चेहरे पर दिखने लगी रोनक

भीलवाड़ा में दिवाली के पर्व पर मिट्टी के दीपक बनाने वाले कारीगरों के चेहरे रोशन हैं. मिट्टी के दीपकों और अन्य सामानों की अच्छी बिक्री होने के कारण ये कारीगर खुश नजर आ रहे हैं.

Bhilwara News, Ronak started appearing on the faces of the potters
मिट्टी के दीपक विक्रेताओं के चेहरे पर दिखने लगी दिवाली की रौनक
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Published : Nov 1, 2021, 5:47 PM IST

भीलवाड़ा. दीवाली जैसे-जैसे नजदीक आ रही है मिट्‌टी के दीपक बनाने वालों के चेहरे पर भी उम्मीदें गहराती नजर आ रही है. दिवाली के 3 दिन पहले भीलवाड़ा शहर के बाजार रोशन हैं. इस बार काफी संख्या में मिट्टी के दीपकों की बिक्री हो रही है. दीपक बनाने वाली महिला ने कहा कि अगर मिट्टी के दीपक इस बार ज्यादा बिकेंगे तो हमारे घर में भी दिवाली की खुशियां रहेगी.

वहीं दीपक खरीदने महिला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि मैं लोगों से अपील करती हूं कि इस बार चाइनीज लाइट नहीं खरीद कर मिट्टी के दीपक ही खरीदें. जिससे अपनी संस्कृति के साथ ही इन परिवार में भी दीपावली की खुशियां आए.पिछले वर्ष कोरोना महामारी के चलते दीपावली का त्योहार फीका रहा था. लेकिन इस बार टीकाकरण होने के कारण दीपावली का त्यौहार हर्ष और उल्लास से मनाया जाएगा.

मिट्टी के दीपक विक्रेताओं के चेहरे पर दिखने लगी दिवाली की रौनक

पढ़ें. दो साल बाद बाजारों में रौनक: कपड़ा, जेवरात और सजावटी सामान की जमकर हो रही खरीदारी

ईटीवी भारत की टीम शहर के बडला चौराहे पर पहुंची जहां मिट्टी के दीपक बेचने वाली कंकू देवी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि हम एक रुपए में मिट्टी का एक दीपक बेच रहे हैं. हमारे पास इस बार दीपक महंगे आए हैं. इसलिए हम भी दीपक महंगे बेच रहे हैं. वर्तमान समय में देखा जाए तो महंगाई बढ़ गई है इसलिए खर्चा भी ज्यादा हो रहा है. पिछले साल कोरोना महामारी के कारण व्यापार बिल्कुल ठप्प था. लेकिन इस बार व्यापार अच्छा होने की उम्मीद है. अभी दिवाली में 3 दिन बाकी है हमें उम्मीद है कि इस बार दीपक अच्छे बिकेंगे तो हम भी घर में अच्छे से दिवाली की खुशियां मना सकेंगे.

पढ़ें. इस दीवाली जलाएं गोबर वाले दीपक: भीलवाड़ा के सचिन गट्यानी ने बनाए गाय के गोबर के दीये, पर्यवरण संरक्षण और गोरक्षा का दिया संदेश

वहीं दीपक खरीदने आई महिला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि दीपावली पर महालक्ष्मी की पूजा के लिए मिट्टी के दीपक खरीदने आई हूं. इस बार कई तरह की वैरायटी आई हैं. मैं ईटीवी भारत के माध्यम से अपील करती हूं कि इस बार लोग अपनी पौराणिक संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मिट्टी के दीपक ही खरीदें और कोई भी व्यक्ति चाइनीस लाइटें नहीं खरीदे.

भीलवाड़ा. दीवाली जैसे-जैसे नजदीक आ रही है मिट्‌टी के दीपक बनाने वालों के चेहरे पर भी उम्मीदें गहराती नजर आ रही है. दिवाली के 3 दिन पहले भीलवाड़ा शहर के बाजार रोशन हैं. इस बार काफी संख्या में मिट्टी के दीपकों की बिक्री हो रही है. दीपक बनाने वाली महिला ने कहा कि अगर मिट्टी के दीपक इस बार ज्यादा बिकेंगे तो हमारे घर में भी दिवाली की खुशियां रहेगी.

वहीं दीपक खरीदने महिला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि मैं लोगों से अपील करती हूं कि इस बार चाइनीज लाइट नहीं खरीद कर मिट्टी के दीपक ही खरीदें. जिससे अपनी संस्कृति के साथ ही इन परिवार में भी दीपावली की खुशियां आए.पिछले वर्ष कोरोना महामारी के चलते दीपावली का त्योहार फीका रहा था. लेकिन इस बार टीकाकरण होने के कारण दीपावली का त्यौहार हर्ष और उल्लास से मनाया जाएगा.

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ईटीवी भारत की टीम शहर के बडला चौराहे पर पहुंची जहां मिट्टी के दीपक बेचने वाली कंकू देवी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि हम एक रुपए में मिट्टी का एक दीपक बेच रहे हैं. हमारे पास इस बार दीपक महंगे आए हैं. इसलिए हम भी दीपक महंगे बेच रहे हैं. वर्तमान समय में देखा जाए तो महंगाई बढ़ गई है इसलिए खर्चा भी ज्यादा हो रहा है. पिछले साल कोरोना महामारी के कारण व्यापार बिल्कुल ठप्प था. लेकिन इस बार व्यापार अच्छा होने की उम्मीद है. अभी दिवाली में 3 दिन बाकी है हमें उम्मीद है कि इस बार दीपक अच्छे बिकेंगे तो हम भी घर में अच्छे से दिवाली की खुशियां मना सकेंगे.

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वहीं दीपक खरीदने आई महिला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि दीपावली पर महालक्ष्मी की पूजा के लिए मिट्टी के दीपक खरीदने आई हूं. इस बार कई तरह की वैरायटी आई हैं. मैं ईटीवी भारत के माध्यम से अपील करती हूं कि इस बार लोग अपनी पौराणिक संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मिट्टी के दीपक ही खरीदें और कोई भी व्यक्ति चाइनीस लाइटें नहीं खरीदे.

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