भीलवाड़ा. देश में कोरोना को लेकर सबसे पहले हॉटस्पॉट बनी भीलवाड़ा जिले में वर्तमान में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सख्त लॉकडाउन लगा रखा है. जहां लॉक डाउन की पालना के लिए जिला पुलिस के साथ अब अस्पताल के डॉक्टर भी सड़क पर उतर कर आमजन से सहयोग की अपील कर रहे हैं. महात्मा गांधी अस्पताल के पीएमओ डॉ. अरुण गौड जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के साथ शहर में सड़क पर पैदल घूम कर आम जनता से सहयोग की अपील कर रहे हैं.
जहां रोडवेज बस स्टैंड के पास डॉ. अरुण गौड ने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि हम शहर के मुख्य प्रमुख चौराहे पर आने जाने वाले आमजन से अपील कर निवेदन कर रहे हैं कि कोरोना गाइडलाइन की पालना करें. मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें, जिससे भीलवाड़ा जिले में कोरोना संक्रमण की चेन खत्म हो सके. पिछले चार-पांच दिनों में भीलवाड़ा में मृत्यु दर कम हुई है. 14 दिन मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन लगा रखा है, अगर 14 दिन तक जनता सहयोग करेगी तो भीलवाड़ा जिले में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में है हम सफल होंगे.
वहीं भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में कितने वेंटिलेटर के सवाल पर डॉ. अरुण गोड ने कहा कि 46 वेंटिलेटर कोरोना मरीजों के इलाज के लिए चालू है, किसी प्रकार की समस्या लोगों को नहीं हो यही हमारा उद्देश्य है.
साथ ही रेमडसिविर इंजेक्शन को लेकर डॉक्टर अरुण गॉड ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन का जीवन बचाने में कोई रोल नहीं है, यह केवल वायरस के रिप्लिकेशन को कम करता है. इसके बारे में जनता व्यर्थ पैनिक नहीं ले, जो जान बचाने वाले इंजेक्शन है, उन्हीं का उपयोग किया जा रहा है और भीलवाड़ा जिले में भरपूर मात्रा में जान बचाने वाले इंजेक्शन उपलब्ध है.
हमारा उद्देश्य कोरोना की चेन को तोड़ना है, अगर जनता सहयोग करेगी तो हम भीलवाड़ा जिले में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ देंगे. सड़क पर पीएमओ के साथ जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह सहित भीलवाड़ा शहर के तमाम थाना अधिकारी मौजूद रहे.