भीलवाड़ा : प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. एक समय था जब प्रदेश का भीलवाड़ा जिला कोरोना हॉटस्पॉट बन गया था, लेकिन समय रहते प्रशासन ने संक्रमण पर काबू पाया और धीरे-धीरे संक्रमितों की संख्या घटती गई. अब जिले में कोरोना संक्रमण की चेन को खत्म करने के लिए स्वयंसेवी संगठन भी अहम भूमिका निभा रहा है. संगठन के लोग घर-घर जाकर 'नो मास्क नो एंट्री' अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं.
जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आती है, तब तक लोगों को मास्क को ही वैक्सीन समझना चाहिए. कलेक्टर ने अपने महिलाओं को संबोधित करते हुए महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं को जागरूकता अभियान के लिए आगे आना चाहिए और पूरे परिवार को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करना चाहिए. जिससे वे खुद भी सुरक्षित रहेंगी और परिवार को भी सुरक्षित रखेंगी.
जिला कलेक्टर ने बताया कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान में महिलाओं की भागीदारी भी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. जहां कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाएं विशेष रूचि ले रही हैं और लोगों को जागरूक कर रही हैं. इन महिलाओं का हौसला अटूट है.
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बता दें कि प्रदेश में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 1790 नए मामले देखने को मिले हैं. जिसके बाद प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1,93,419 पहुंच गई. वहीं, बीते 24 घंटों में 11 मरीजों की मौत भी दर्ज की गई. वहीं अब तक कुल 1888 संक्रमित मरीज इस बीमारी से दम तोड़ चुके हैं.