भीलवाड़ा. नारकोटिक्स विभाग के अंतर्गत भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले आते हैं. यहां के अफीम काश्तकार उनके क्षेत्र में अफीम की बुवाई के लिए तैयारियां शुरू कर दिए हैं. वहीं केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग द्वारा फसल वर्ष 2019-20 के लिए पट्टा वितरण का कार्य शुरू कर दिया है. भीलवाड़ा जिला अफीम कार्यालय में भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ जिले के किसानों के लिए पट्टे वितरण का कार्य किया जा रहा है.
इधर, भीलवाड़ा नारकोटिक्स विभाग कार्यालय में ईटीवी भारत ने जब पड़ताल की तो अफीम बुआई के क्षेत्रफल कम करने पर तो वहां आए किसानों ने भारत सरकार से मांग की कि हमारा क्षेत्रफल न घटाया जाए.
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किसानों ने बताई अपनी पीड़ा
अफीम का पट्टा लेने पहुंचे का काश्तकारों ने बताया कि सरकार की नीतियों से अफीम काश्तकार संतुष्ट नहीं हैं. जो मार्फिन का नियम लागू कर रही है. किसान मार्फिन में नहीं समझते हैं. उन्होंने बताया कि गत वर्ष अच्छी औसत होते हुए भी 10 आरी बुआई क्षेत्रफल की जगह 6 आरी क्षेत्रफल का नवीनीकरण पट्टा दिया गया है. सरकार किसानों के साथ विश्वासघात कर रही है. सरकार मार्फिन के नियम को हटाकर औसत का नियम लागू करें, जिससे उनको राहत मिल सके. वहीं चित्तौड़गढ़ के बेगू क्षेत्र के किसानों ने बताया कि वो 15-20 सालों में अफीम की फसल बो रहे हैं. इस बार वर्षा ऋतु में बोई गई समस्त फसलें समाप्त हो गई हैं. अब हमारी रोजी-रोटी रबी की फसल पर ही आश्रित है. हम अफीम की फसल बो रहे हैं, जहां सरकार ने मार्फिन का नियम लागू किया है. हम काश्तकार मार्फिन के बारे में नहीं समझते हैं. हमारे गांव में पिछले साल में 96 अफीम पट्टे थे, जिसमें से 35 से 40 काश्तकारों को 10 आरी क्षेत्र फल का पट्टा मिला. बाकी सभी काश्तकारों को 6 आरी क्षेत्रफल का पट्टा मिला है. सरकार को सोचना चाहिए कि आधे आदमियों को पट्टा 6 आरी अफीम का क्षेत्रफल मिल रहा है. जिससे उनको नुकसान हो रहा है. हमारी मांग है कि नियमों में बदलाव किया जाए.
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वहीं अफीम प्रत्येक क्षेत्र में नारकोटिक्स विभाग द्वारा एक मुखिया की नियुक्ति की गई है. यहां मुखिया बेगू तहसील के किशन लाल ने कहा कि गांव का मुखिया हूं. मेरे गांव में 46 पट्टे हैं. इस साल 3 पट्टों में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि उनका काम देखभाल करना है, साथ ही विभाग और किसानों के बीच समन्वय स्थापित करते हैं.
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वहीं जिला नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी संजय कुमार सिंह ने पूरे मामले में बताया कि भीलवाड़ा नारकोटिक्स विभाग के अंतर्गत भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ दो जिले आते हैं. यहां के अफीम काश्तकार उनके क्षेत्र में अफीम की बुआई के लिए तैयारियां शुरू कर दिए हैं. केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग द्वारा फसल वर्ष 2019-20 के लिए पट्टा वितरण का कार्य शुरु कर दिया है. भीलवाड़ा जिला कार्यालय में भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ के किसानों के लिए पट्टे वितरण किया जा रहे हैं. पिछले वर्ष भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में 5 हजार 246 अफीम काश्तकार थे. वहीं इस वर्ष फसल वर्ष 2020-21 में 200 पट्टे कम होते हुए 400 पट्टों की बढ़ोतरी हुई है. इसलिए 5 हजार 440 के करीब इस वर्ष पट्टे वितरण किए जा रहे हैं.