भीलवाड़ा. जिले में पिछले दिनों फैक्ट्री मालिकों से वेतन नहीं मिलने पर शहर में ही फंसे बेबस और लाचार 45 श्रमिकों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के लिए रवाना किया गया. यह बस कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामपाल शर्मा ने प्रवासी श्रमिक यात्रा कंट्रोल रूम के माध्यम से रवाना की गई. इससे पूर्व सभी श्रमिकों की स्क्रीनिंग कर सैनिटाइजर और मास्क वितरण करके इन्हें भोजन के पैकेट भी दिए गए.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामपाल शर्मा ने कहा, कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर जो भी प्रवासी श्रमिक अपने घर को लौटना चाह रहे हैं उनके लिए हम बस का इंतजाम कर रहे हैं. मंगलवार को हमने गोरखपुर के लिए 45 प्रवासी श्रमिकों के उनके आवेदन पर यहां से बस रवाना की है. यदि हमारे पास और भी कोई श्रमिक अपने घर जाने के लिए आएगा तो हम उसे उसके गांव भेजेंगे. वहीं, श्रमिक संजय चौहान ने कहा कि यहां पर हमारा काम धंधा बंद हो गया है.
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फैक्ट्री मालिकों द्वारा भी कोई सहायता प्रदान नहीं की जा रही है. जिसके कारण हमें हमारे परिवार के पास जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं दिख रहा है. इसी कारण हमने घर लौटने के लिए आवेदन किया था. हमें खुशी है कि हमें आज घर भेजा जा रहा है, इसके लिए हम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देते हैं.
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श्रमिकों और उद्योगपतियों के बीच वेतन को लेकर कहासुनी...
औद्योगिक नगरी कहे जाने वाले भीलवाड़ा में श्रमिकों और उद्योगपतियों के बीच वेतन को लेकर कहासुनी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. भीलवाड़ा में श्रमिकों और उद्योगपतियों के बीच वेतन को लेकर तनातनी बढ़ती ही जा रही है.
ऐसा ही नजारा सोमवार को उस समय देखने को मिला जब दो फैक्ट्रियों के श्रमिकों द्वारा मालिकों से वेतन मांगने पर उन्हें नौकरी से बाहर निकाल दिया गया. श्रमिक परेशान होकर श्रम विभाग कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. इस दौरान उप श्रम आयुक्त संकेत मोदी वहां पहुंचे और श्रामिकों को शांत करवाने का प्रयास किया.