भीलवाड़ा. नगर परिषद के ऑटो टिपर संचालकों की घोर लापरवाही सामने आई है. शहर के समस्त वार्डों से एकत्रित कचरे को कचरा संग्रहित केंद्र पर नहीं डाल कर खुले आसमान के नीचे डाल रहे हैं, जिससे आवारा गोवंश खाकर बीमार भी हो रहे हैं. साथ ही लोगों में भी बीमारी फैलने का भी भय बना हुआ है.
भीलवाड़ा नगर परिषद के समस्त वार्डों में घर-घर जाकर ऑटो टिपर द्वारा कचरा संग्रहित किया जाता है. ऑटो टिपर में संग्रहित कचरे को शहर के सांगानेर के पास स्थित कचरा निस्तारण केंद्र पर पहुंचाया जाता है, लेकिन इन ऑटो टिपर कर्मियों की लापरवाही के चलते शहर के पास ही खुले आसमान में यह कचरा डाल दिया जाता है. इस कचरे को प्रतिदिन शहर में घूमने वाली आवारा गोवंश खा जाती है.
वहीं कचरे में प्लास्टिक होने से गाय को बीमार होने का भी भय है. प्रदूषित कचरे में सड़ांध इतनी तेज होती है कि दूर-दूर तक इसकी गंध लोगों को सताती है. भीलवाड़ा नगर परिषद क्षेत्र के समस्त वार्डों में 50 कचरा एकत्रित करने के ऑटो टिपर लगे हुए हैं, जो शहर की गली गली में घूम कर लोगों को प्रदूषित कचरा ऑटो टिपर में डालने का आह्वान करते हैं, उसी प्रदूषित कचरे को खुले में डालते हैं.
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अब देखना यह होगा कि इन ऑटो टिपर वालों के खिलाफ नगर परिषद प्रशासन क्या कार्रवाई करता है. जिसे यह खुले आसमान में नहीं डालकर कचरा निस्तारण केंद्र पर ही कचरा डाले.