भीलवाड़ा. कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन जारी है. वहीं, लाखों श्रमिकों की आबादी वाली वस्त्रनगरी भीलवाड़ा में दिहाड़ी मजदूरों और गरीब बस्ताियों में रसद सामग्री पहुंचाने के काम में एक संत की पहल रंग लाई है. संत और उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसाराम महाराज ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ मिलकर कर 94 हजार भोजन पैकेट की वितरित किए हैं.
संघ के संगठन सेवा भारती के माध्यम से 11 हजार से अधिक सूखी रसद सामग्री गरीबों के घर तक पहुंचाई जा चुकी है. शनिवार को रसद सामग्री की छठी खेप के तौर पर 2225 किट को भीलवाड़ा के उदासीन आश्रम से अन्नपूर्णा के 16 रथों के जरिए रवाना किया गया है. रथ को हरी झंडी दिखाई गई और शंखनाथ भी किया गया. अन्नपूर्णा रथ शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर जरूरतमंदों तक रसद सामग्री पहुंचाएगी.
इसमें 14 रथ सेवा भारती के हैं, जो शहर के 7 खंडों की 50 बस्तियों में जरूरतमंदों को सूखी रसद सामग्री बांटेंगे. वहीं, शहर के मध्य में हरी सेवा आश्रम द्वारा अन्नपूर्णा रथ द्वारा बांटा जा रहा है. खाने की सामग्री के अलावा मास्क, सैनिटाइजर, साबुन और फेस शिल्ड भी कोरोना योद्धाओं तक पहुंचाया जा रही है.
महामंडलेश्वर हंसाराम ने बताया कि इस किट में 10 किलो आटा, चावल, दाल, तेल, नमक, मिर्च, हल्दी और शक्कर दिया जा रहा है. वहीं, 23 मार्च से लेकर अब तक 10 हजार 352 किट शहर में वितरित हो चुके हैं. साथ ही जिनके घर पर चूल्हा नहीं है. उनके घर पर भी रथ द्वारा दो समय का खाना पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि पक्षियों के लिए दाना और गाय के लिए सूखा और हरा चारे की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही श्वानों और कौवों के लिए भी रोटी भी बनाई जा रही है.