ETV Bharat / city

भीलवाड़ा: बैंक लोन नहीं चुकाना औद्योगिक इकाई को पड़ा भारी, प्रवेश द्वार पर लगा दिया गया ताला

भीलवाड़ा में औद्योगिक इकाई को बैंक का लोन नहीं चुकाना भारी पड़ गया है. बैंक ने गुरुवार को मांडल चौराहे के पास औद्योगिक इकाई के प्रवेश द्वार पर ताला लगाकर उसे सीज कर दिया. इस कार्रवाई से आस-पास की औद्योगिक इकाईयों में हड़कम्प मच गया है.

bhilwara news, औद्योगिक इकाई पर ताला
भीलवाड़ा में औद्योगिक इकाई के प्रवेश द्वार पर लगा ताला
author img

By

Published : Feb 18, 2021, 2:11 PM IST

भीलवाड़ा. जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-79 पर मांडल चौराहे के पास औद्योगिक इकाई को बैंक का लोन नहीं चुकाना भारी पड़ गया है. बैंक ने गुरुवार को औद्योगिक इकाई के प्रवेश द्वार पर ताला लगाकर सीज कर दिया, जिससे हजारों मजदूर घंटों इंतजार करने के बाद मायूस होकर वापस घर लौटे.

पढ़ें: झालावाड़: सेना भर्ती रैली निरस्त होने के विरोध में युवाओं का आक्रोश, किया विरोध-प्रदर्शन

आईडीबीआई बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) समेत 7 बैंकों के करीब 144.57 करोड़ रुपये का ऋण बकाया होने पर भीलवाड़ा के एक टेक्सटाइल लिमिटेड की मांडल के गुढ़ा स्थित विविंग इकाई को सीज कर लिया गया है. इससे पूर्व इस टेक्सटाइल उद्योग समूह के संचालक के विजयनगर (अजमेर) स्थित मकान को कब्जे में लिया था. विविंग इकाई को अपने कब्जे में लेने की सूचना मिलते ही कपड़ा बाजार में हड़कम्प मच गया है. इस टेक्सटाइल्स लिमिटेड पर सात प्रमुख बैंकों के 144 करोड़ 57 लाख 96 हजार 998 रुपए बकाया है. सर्वाधिक 62.17 करोड़ रुपये एसबीआई के हैं. इसके अलावा आइडीबीआई, आइसीआइसीआई, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक का पैसा फंसा हुआ है. इसकी वसूली के लिए सभी बैंकों की सह व्यवस्था बैंक सदस्य आइडीबीआई की नई दिल्ली स्थित शाखा ने की है.

पढ़ें: भरतपुर: अवैध रूप से चल रही आरा मशीन सीज, संचालक फरार

इस कार्रवाई से आस-पास की औद्योगिक इकाईयों में हड़कम्प मच गया है. हर कोई एक दूसरे से जानकारी लेने में जुट गया. वहीं, इस दौरान औद्योगिक समूहों में जब मजदूर काम के लिए सुबह पहुंचे तो अचानक गेट पर ताला देखकर हैरान रह गए. मजदूरों को औद्योगिक इकाई के मालिक ने आश्वासन दिया, जिसके बाद वो घर लौट गए.

कई मजदूर हो गए मायूस

औद्योगिक इकाई के प्रवेश द्वार पर जब मजदूर काम करने आए तब ताला देखकर मजदूर मायूस हो गए. मजदूर भोजन का टिफिन लेकर बड़े अरमान के साथ काम पर आए थे, लेकिन मजदूरों को प्रवेश द्वार पर ताला दिखाई दिया. मजदूरों का कहना है कि वैसे ही कोरोना के कारण काफी समय तक इंडस्ट्रीज बंद होने से रोजगार नहीं मिला था, वहीं, बैंक ने इंडस्ट्रीज को सीज कर दिया है, जिससे अब हमें परिवार चलाने के लिए दिक्कत होगी.

भीलवाड़ा. जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-79 पर मांडल चौराहे के पास औद्योगिक इकाई को बैंक का लोन नहीं चुकाना भारी पड़ गया है. बैंक ने गुरुवार को औद्योगिक इकाई के प्रवेश द्वार पर ताला लगाकर सीज कर दिया, जिससे हजारों मजदूर घंटों इंतजार करने के बाद मायूस होकर वापस घर लौटे.

पढ़ें: झालावाड़: सेना भर्ती रैली निरस्त होने के विरोध में युवाओं का आक्रोश, किया विरोध-प्रदर्शन

आईडीबीआई बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) समेत 7 बैंकों के करीब 144.57 करोड़ रुपये का ऋण बकाया होने पर भीलवाड़ा के एक टेक्सटाइल लिमिटेड की मांडल के गुढ़ा स्थित विविंग इकाई को सीज कर लिया गया है. इससे पूर्व इस टेक्सटाइल उद्योग समूह के संचालक के विजयनगर (अजमेर) स्थित मकान को कब्जे में लिया था. विविंग इकाई को अपने कब्जे में लेने की सूचना मिलते ही कपड़ा बाजार में हड़कम्प मच गया है. इस टेक्सटाइल्स लिमिटेड पर सात प्रमुख बैंकों के 144 करोड़ 57 लाख 96 हजार 998 रुपए बकाया है. सर्वाधिक 62.17 करोड़ रुपये एसबीआई के हैं. इसके अलावा आइडीबीआई, आइसीआइसीआई, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक का पैसा फंसा हुआ है. इसकी वसूली के लिए सभी बैंकों की सह व्यवस्था बैंक सदस्य आइडीबीआई की नई दिल्ली स्थित शाखा ने की है.

पढ़ें: भरतपुर: अवैध रूप से चल रही आरा मशीन सीज, संचालक फरार

इस कार्रवाई से आस-पास की औद्योगिक इकाईयों में हड़कम्प मच गया है. हर कोई एक दूसरे से जानकारी लेने में जुट गया. वहीं, इस दौरान औद्योगिक समूहों में जब मजदूर काम के लिए सुबह पहुंचे तो अचानक गेट पर ताला देखकर हैरान रह गए. मजदूरों को औद्योगिक इकाई के मालिक ने आश्वासन दिया, जिसके बाद वो घर लौट गए.

कई मजदूर हो गए मायूस

औद्योगिक इकाई के प्रवेश द्वार पर जब मजदूर काम करने आए तब ताला देखकर मजदूर मायूस हो गए. मजदूर भोजन का टिफिन लेकर बड़े अरमान के साथ काम पर आए थे, लेकिन मजदूरों को प्रवेश द्वार पर ताला दिखाई दिया. मजदूरों का कहना है कि वैसे ही कोरोना के कारण काफी समय तक इंडस्ट्रीज बंद होने से रोजगार नहीं मिला था, वहीं, बैंक ने इंडस्ट्रीज को सीज कर दिया है, जिससे अब हमें परिवार चलाने के लिए दिक्कत होगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.