भीलवाड़ा. जिले में मूक बधिर युवती से दुष्कर्म (Gang Rape With Deaf Girl in Bhilwara) का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. यह मामला सियासी बनता जा रहा है. बुधवार को चित्तौड़गढ़ से एक प्रतिनिधिमंडल सांसद सीपी जोशी के नेतृत्व में महात्मा गांधी अस्पताल में पहुंचा. प्रतिनिधि मंडल ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया.
सांसद जोशी ने कहा कि पुलिस अभी यही तय नहीं कर पा रही है कि मुकदमा चित्तौड़गढ़ जिले में दर्ज होगा या फिर भीलवाड़ा में दर्ज होगा. पुलिस एक-दुसरे पर जिम्मेदारी डालने पर लगी हुई है.पीड़िता से दो सांसदों के मिलने के साथ-साथ भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ में भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारियों के प्रदर्शन के साथ ही अब इस मामले में राजनीति तेज होने लगी है. दूसरी तरफ पुलिस अभी तक आरोपियों को पकड़ने में खाली हाथ ही नजर आ रही है.
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राजस्थान में पुलिस का इकबाल समाप्तः चित्तौड़गढ़ से लोकसभा सांसद सी.पी.जोशी ने मीडिया से कहा कि पिछले तीन सालों में राजस्थान की छवी जो देश में थी उसे धूमिल करने का काम हो रहा है. नेशनल क्राइम ब्यूरों की रिपोर्ट में भी महिलाओं के अत्याचार के मामले में राजस्थान नम्बर एक पर है. लगता है कि पुलिस का इकबाल समाप्त हो गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि अब तो पीड़िता जब न्याय की लिए किसी पुलिस अफसर के पास जाती है तो वह भी उसके साथ हैवानियत करता है. बच्चियों के साथ स्कूल और अस्पताल में दुष्कर्म हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मूक-बधिर युवती के साथ हुए दुष्कर्म को लेकर भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ की पुलिस एक-दुसरे पर जिम्मेदारी डालने पर लगी हुई है.
सांसद जोशी ने कहा कि हम सरकार से मांग करते है कि अलवर की तरह इस दुष्कर्म पिडिता को राज्य सरकार 10 लाख रुपए की सहायता के साथ सरकारी नौकरी दे. अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अभी तक केवल भीलवाड़ा-चित्तौड़गढ़ पुलिस एक-दुसरे पर जिम्मेदारी डालने में लगी हुई है. साथ ही आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए.