भीलवाड़ा. राजस्थान में सबसे पहले कोरोना की शुरुआत भीलवाड़ा से हुई, जिसके वजह से जिले में प्रत्येक जनता की जुबान पर कोरोना का नाम अब आम बात है. लेकिन यह नाम आमजन में इतना प्रचलित हो गया है या यू कहे कि इतना ट्रेंडिंग हो गया है कि, लोगों को जागरूक करने के लिए अब कोरोना प्रिंटेड साड़ियां भी बिकने शुरू हो गए हैं.
बता दें कि आज-कल कपड़ों से ही मिलते जुलते मास्क की डिमांड है. जिसमें दुल्हा-दुल्हन के लहंगे से मैचिंग मास्क का ट्रेंड शादीयों की शोभा बढ़ा रहा है. इसलिए कपड़ा व्यवसायियों का उद्देश्य है कि लोग फैशन और अपने स्टाइल को मेंटेन करने के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना भी कर सकें.
कपड़ा व्यवसायी संजय कुमार सोनी ने बताया कि कोरोना से खतरा बरकरार है. लेकिन फिर भी हमारे यहां कोरोना प्रिंटेड साड़ी काफी बिक रही है. वर्तमान में हमारे यहां कोरोना प्रिंटेड लहंगे का कपड़ा बिक रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि जल्द ही शर्ट और साड़ी का प्रिंटेड कपड़ा भी आ जाएगा. यह कपड़ा ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा बिक रहा है और हम 100 रूपये मीटर के हिसाब से इसे बेच रहे हैं.
व्यवसायी ने कहा कि जो लोग यहां आते हैं, हम उनको संदेश देते हैं कि कोरोना गया नहीं है, अभी भी हमारे साथ ही है. इसके साथ ही सावधानी बरत कर जीना होगा और रहना होगा. कोरोना प्रिंटेड कपड़े को पहने देख कर दूसरे लोगों को भी कोरोना के होने का अहसास होता रहेगा और वो सोशल डिस्टेंसिंग की पालना और मास्क पहन कर रहेंगे.
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खुदरा कपड़ा विक्रेता राहुल कुमार ने कहा कि लोगों में कोरोना का भय है, लेकिन रोजाना की जिंदगी में अब हमें कोरोना के साथ ही जीना सीखना है. इसी उद्देश्य से और लोगों के स्टाइल को ध्यान में रखते हुए कोरोना प्रिंट बाजार में लाया गया है. जिसे लोग ज्यादा खरीद रहे हैं.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस लगातार तीन महीने से पूरे विश्व भर में तबाही मचा रहा है. जिसे कम करने के लिए सरकार की ओर से जारी लॉकडाउन के दौरान हर व्यवसाय के लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे है. लेकिन अब अनलॉक 2.0 के दौरान सरकार की ओर से दी गई छूट में हर क्षेत्र से जुड़े व्यवसायी अपना काम-धंधा संभालने में लगे है.
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इसी कड़ी में कपड़ा व्यवसायियों ने कोरोना प्रिंटेड साड़ी को बजार में लाकर फैशन के नाम पर अच्छी कमाई तो कर ही रहे है, साथ ही लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने का काम भी कर रहे है. अब देखना यह होगा कि कोरोना प्रिंटेड कपड़ा आने के बाद लोग उस चित्र को देखकर कोरोना के प्रति जीने के लिए सतर्क होते हैं या नहीं.