भीलवाड़ा. सावन के पहले सोमवार को जिले के प्रसिद्ध शिवालयों में भगवान भोलेनाथ के भक्त भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं और परिवार में सुख शांति समृद्धि की कामना कर रहे हैं. शहर के पास स्थित करीब 500 वर्ष पुराने ऐतिहासिक शिव मंदिर के गर्भ गृह में जब भक्त वहां पहुंचे तो शिवलिंब पर लिपटे ब्लैक कोबरा को देख दंग रह गए. हालांकि मान्यता अनुसार सर्प को नाग देवताके रूप में पूजा जाता है और स्वयं भगवान शिव के गले में वासुकी नाम का नाग भी लिपटा रहता है.
सावन के सोमवार के दिन भक्तिपूर्वक शिवलिंग पर लिपटे कोबरा को देख भक्तों में उत्साह बढ़ गया. साक्षात भगवान शिव का रूप मानकर मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं ने उनको प्रणाम किया. हालांकि शिव मंदिर के गर्भ गृह में सांप की सूचना मिलते ही वन्य जीव रक्षक कुलदीप सिंह राणावत व वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. थोड़ी सी मशक्कत के बाद सर्प को मंदिर के गर्भ गृह से रेस्क्यू कर पास ही जंगल में छोड़ा दिया गया.
पढ़ें : सावन का पहला सोमवार: विधि-विधान से करें भगवान शिव की पूजा तो पूरी होगी मनोकामना
वन्यजीव रक्षक कुलदीप सिंह राणावत ने कहा कि हरणी महादेव मंदिर जो भीलवाड़ा जिले का सबसे पुराना आस्था का केंद्र है, यहां कोबरा मिलने की सूचना उन्हें मिली थी. जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके के साथ वे मौके पर पहुंचे और सर्प को रेस्क्यू किया गया. वहीं मंदिर कमेटी के सदस्य महादेव जाट ने कहा कि सावन का पहला सोमवार है और कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए ही भक्तों को दर्शन करवा रहे हैं.