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भीलवाड़ा: सिख समाज ने मनाया 10वें गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती

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Published : Jan 2, 2020, 5:01 PM IST

भीलवाड़ा में सिख समाज के 10वें गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती गुरुवार को बड़े ही धूमधाम से मनाई गई. इसके लिए पिछले एक सप्ताह से तैयारियां की जा रही थी. बता दें कि गुरु गोविंद सिंह जी ने ही खालसा पंथ की स्थापना की थी और उन्होंने ही गुरु ग्रन्थ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था.

Bhilwara news, भीलवाड़ा की खबर
10वें गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती

भीलवाड़ा. सिख समाज के 10वें गुरु और खालसा पंत के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह की जयंती गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है. इस मौके पर भीलवाड़ा में बीते 1 सप्ताह से तैयारी की जा रही है. सुबह 5 बजे से ही कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ ही दोपहर में सामूहिक अरदास के बाद अखंड लंगर प्रसाद वितरण किया गया और पिछले 11 दिनों से रोजाना प्रभात फेरी भी निकाली जा रही है.

10वें गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती

भीलवाड़ा शहर के सिंधु नगर स्थित गुरुद्वारा के सचिव ऋषिपाल सिंह ने कहा कि सिख समाज गुरु गोविंद सिंह के जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाता हैं. इसके साथ ही गुरुवार को गुरुद्वारे में कई विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस पर्व को लेकर हम पिछले 1 सप्ताह से तैयारियां कर रहे हैं, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया.

पढ़ें- भीलवाड़ाः महिलाओं की रक्षा के लिए महिला शक्ति आत्मरक्षा केंद्र का उद्घाटन

ऋषि पाल सिंह ने यह भी कहा कि गुरु गोविंद सिंह दक्षिण की यात्रा में भीलवाड़ा जिले के बागोर साहिब में आए थे. वह वहां पर 17 दिन रूके, इसलिए यहां पर गुरु गोविंद सिंह जयंती का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है. इसी के तहत 5 जनवरी को सिख समाज के सभी बंधु बागोर साहिब में एक भव्य कार्यक्रम करेंगे, जिसमें भीलवाड़ा के साथ ही आसपास के जिले के सिख समाज के लोग भी आएंगे.

पढ़ें- भीलवाड़ा: नई अफीम नीति के तहत 177 किसान होंगे लाभान्वित

बता दें कि गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना साहिब में हुआ था. साल 1699 में गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. यह सिखों के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है गुरु गोविंद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था.

भीलवाड़ा. सिख समाज के 10वें गुरु और खालसा पंत के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह की जयंती गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है. इस मौके पर भीलवाड़ा में बीते 1 सप्ताह से तैयारी की जा रही है. सुबह 5 बजे से ही कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ ही दोपहर में सामूहिक अरदास के बाद अखंड लंगर प्रसाद वितरण किया गया और पिछले 11 दिनों से रोजाना प्रभात फेरी भी निकाली जा रही है.

10वें गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती

भीलवाड़ा शहर के सिंधु नगर स्थित गुरुद्वारा के सचिव ऋषिपाल सिंह ने कहा कि सिख समाज गुरु गोविंद सिंह के जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाता हैं. इसके साथ ही गुरुवार को गुरुद्वारे में कई विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस पर्व को लेकर हम पिछले 1 सप्ताह से तैयारियां कर रहे हैं, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया.

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ऋषि पाल सिंह ने यह भी कहा कि गुरु गोविंद सिंह दक्षिण की यात्रा में भीलवाड़ा जिले के बागोर साहिब में आए थे. वह वहां पर 17 दिन रूके, इसलिए यहां पर गुरु गोविंद सिंह जयंती का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है. इसी के तहत 5 जनवरी को सिख समाज के सभी बंधु बागोर साहिब में एक भव्य कार्यक्रम करेंगे, जिसमें भीलवाड़ा के साथ ही आसपास के जिले के सिख समाज के लोग भी आएंगे.

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बता दें कि गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना साहिब में हुआ था. साल 1699 में गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. यह सिखों के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है गुरु गोविंद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था.

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भीलवाड़ा - सिख समाज के 10वें गुरु और खालसा पंत के स्थापक गुरु गोविंद सिंह की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है । इस मौके पर भीलवाड़ा में बीते 1 सप्ताह से तैयारी की जा रही है । सुबह 5 बजे से ही कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है और दोपहर में सामूहिक अरदास के बाद अखंड लंगर प्रसाद वितरण किया गया । और पिछले 11 दिनों से रोजाना प्रभात फेरी निकाली जा रही है ।


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भीलवाड़ा शहर के सिंधु नगर स्थित गुरुद्वारा के सचिव ऋषिपाल सिंह ने कहा कि सिख समाज गुरु गोविंद सिंह के जन्म जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाते हैं आज गुरुद्वारे में कई विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और पिछले 11 दिनों से रोजाना प्रभात फेरी निकाली जा रही है । इस पर्व को लेकर हम पिछले 1 सप्ताह से तैयारियां कर रहे हैं जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । ऋषि पाल सिंह ने यह भी कहा कि गुरु गोविंद सिंह दक्षिण की यात्रा में भीलवाड़ा जिले के बागोर साहिब में आए थे और वह वही पर 17 दिन रूके इसलिए यहां पर गुरु गोविंद सिंह जयंती का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसी के तहत 5 जनवरी को सिख समाज के सभी बंधु बागोर साहिब में एक भव्य कार्यक्रम करेंगे जिसमें भीलवाड़ा के साथ ही आसपास जिले के सिख समाज के लोग भी आएंगे ।

गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना साहिब में हुआ था साल 1699 मैं गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी यह सिखों के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है गुरु गोविंद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु गोषित किया था ।





Conclusion:



बाइट - ऋषिपाल सिंह , सचिव, गुरुद्वारा कमेटी , सिंधु नगर
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