भीलवाड़ा. सिख समाज के 10वें गुरु और खालसा पंत के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह की जयंती गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है. इस मौके पर भीलवाड़ा में बीते 1 सप्ताह से तैयारी की जा रही है. सुबह 5 बजे से ही कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ ही दोपहर में सामूहिक अरदास के बाद अखंड लंगर प्रसाद वितरण किया गया और पिछले 11 दिनों से रोजाना प्रभात फेरी भी निकाली जा रही है.
भीलवाड़ा शहर के सिंधु नगर स्थित गुरुद्वारा के सचिव ऋषिपाल सिंह ने कहा कि सिख समाज गुरु गोविंद सिंह के जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाता हैं. इसके साथ ही गुरुवार को गुरुद्वारे में कई विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस पर्व को लेकर हम पिछले 1 सप्ताह से तैयारियां कर रहे हैं, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया.
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ऋषि पाल सिंह ने यह भी कहा कि गुरु गोविंद सिंह दक्षिण की यात्रा में भीलवाड़ा जिले के बागोर साहिब में आए थे. वह वहां पर 17 दिन रूके, इसलिए यहां पर गुरु गोविंद सिंह जयंती का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है. इसी के तहत 5 जनवरी को सिख समाज के सभी बंधु बागोर साहिब में एक भव्य कार्यक्रम करेंगे, जिसमें भीलवाड़ा के साथ ही आसपास के जिले के सिख समाज के लोग भी आएंगे.
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बता दें कि गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना साहिब में हुआ था. साल 1699 में गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. यह सिखों के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है गुरु गोविंद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था.