भीलवाड़ा. जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकरणों की रोकथाम के लिए गठित जिला स्तरीय कोर ग्रुफ की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम. नकाते की अध्यक्षता में आयोजित हुई. बैठक में कलेक्टर ने निजी अस्पतालों की माॅनिटरिंग के लिए नियुक्त नोडल आफिसर्स से आक्सीजन सिलेंडर की खपत, बेड, रेमडेसिविर इंजेक्शन आदि की उपलब्धता की जानकारी ली.
उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल गंभीर संक्रमित मरीज को प्राथमिकता दें और सामान्य संक्रमण वाले मरीज को डिस्चार्ज पाॅलिसी के तहत डिस्चार्ज किया जाए. उन्होंने नोडल आफिसर को निर्देश दिए कि निजी अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन पात्रता रखने वाले मरीजों को लगाने के लिए पाबंद किया जाए. साथ ही ऑक्सीजन की महत्त्वता को देखते हुए आक्सीजन सिलेंडर का दुरुपयोग किसी भी मरीज को नहीं करने देने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर ने बैठक में मौजूद ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देश दिए कि इस महामारी के दौरान कोविड उपचार के लिए संबंधित दवाइयों का किसी भी मेडिकल स्टोर को अनावश्यक स्टाॅक नहीं करने दें, जिससे कि कालाबाजारी की स्थिति ना हो.
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बैठक में जिला परिषद रामचंद्र बेरवा, एसीईओ एनके राजौरा, राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजेश सुवालका एवं निजी अस्पतालों हेतु नियुक्त नोडल आफिसर महिपाल सिंह, डीपी जागावात, मुकेश गुर्जर, विपुल जानी, संजय माथुर, सूर्यप्रकाश संचेती एवं आक्सीजन सिलेंडर कमेटी के सदस्य नारायण लाल जागेटिया, विष्णु शर्मा मौजूद रहे.