भीलवाड़ा. दूध की गुणवत्ता के मामले में भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति ने अलग ही पहचान बनाई है. भीलवाड़ा डेयरी परिसर में दूध से बने पाउडर का प्रयोग अब देश की सरहद पर तैनात सेना के जवान भी प्रयोग में (Army personnel using milk powder of Bhilwara Dairy) ला रहे हैं. समिति को पहली बार भारतीय सेना की ओर से दुग्ध पाउडर (order of 100 metric ton powder) खरीदने का आर्डर दिया है. 50 मीट्रिक टन पाउडर पूर्व में सप्लाई हो चुका है और वह 50 मेट्रिक टन पाउडर जल्द ही सप्लाई होगा.
सहकारिता के क्षेत्र में भीलवाड़ा दूध उत्पादक सहकारी संघ ने गुणवत्ता की दृष्टि से देश में अलग ही पहचान बनाई है. जहां भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ परिसर में दूध से बना पाउडर अब देश की सरहद पर तैनात वीर जवान प्रयोग में ले रहे हैं.
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भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के एमडी विपिन शर्मा ने कहा कि भीलवाड़ा डेयरी की पूरे देश में विशेष पहचान है. डेयरी ने कभी भी क्वालिटी से समझौता नहीं किया है. इसी विश्वसनीयता के कारण भारतीय सेना भी अब भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ परिसर में दूध से बने पाउडर को प्रयोग में ले रही है. हमें भारतीय सेना की ओर से मिल्क पाउडर खरीदने का ऑर्डर मिला है. यह आर्डर सेना की ओर से राजस्थान में पहली बार भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ को मिला है.
100 मीट्रिक टन खरीदने का आर्डर था
भारतीय सेना ने भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ को 100 मीट्रिक टन मिल्क पाउडर खरीदने का आर्डर दिया था. उसमें से 50 मीट्रिक टन पाउडर हमने सप्लाई कर दिया है. शेष 50 मीट्रिक टन पाउडर अगले महीने सप्लाई करना है. हमारी ओर से 50 मीट्रिक टन पाउडर बीते जुलाई में सप्लाई कर दिया है. बाकी 50 मीट्रिक टन पाउडर 15 अक्टूबर से 15 नबम्बर के बीच सप्लाई करना है. उसकी तैयारी हम कर रहे हैं.
भारतीय सेना जो दूध का पाउडर भीलवाड़ा डेयरी से खरीदती है वह सेना की ओर से क्वालिटी और गुणवत्ता परखने के बाद ही खरीदी की जाती है फिर सैम्पलिंग के बाद हमारी ओर से पाउडर की पैकिंग करवाई जाती है. उनके बाद ही भारतीय सेना पाउडर एक्सेप्ट करती है. इस पाउडर से दूध बनाकर भारतीय सेना के जवान इसे प्रयोग करते हैं. भीलवाड़ा डेयरी भारतीय सेना के मानकों पर खरा उतरी है. हमने पहली बार जब पच्चास मीट्रिक टन पाउडर सप्लाई किया तो उसके बाद उनसे फीडबैक भी लिया. भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा कि पाउडर बहुत अच्छा है.
राजस्थान के इतिहास में पहली बार भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की ओर से भीलवाड़ा डेयरी से यह पाउडर सप्लाई हो रहा है. पहले यहां से 50 मीट्रिक टन दूध पाउडर सेना की ओर से बताए गए अलग-अलग जगहों पर पहुंचाया गया. सर्वप्रथम हमने जोधपुर, असम और जम्मू-कश्मीर में दूध पाउडर भेजा था. उस पाउडर वाले दूध को भारतीय सेना प्रयोग कर रही है. एक किलो पाउडर से 10 लीटर दूध बन जाता है. 50 मीट्रिक टन पाउडर से 5 लाख लीटर दूध तैयार होता है. 100 मीट्रिक टन पाउडर में दस लाख लीटर दूध बनेगा.