भरतपुर. शहर के रंजीत नगर स्थित एक शोरूम में गोली लगने से एक युवक की मौत के मामले में रविवार को परिजनों ने आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर हंगामा कर दिया. जिसके बाद आक्रोशितों ने पुलिसकर्मियों को धक्का देकर शव को स्ट्रेचर सहित ले गए.
सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की और शव को रीको रोड स्थित सर्कुलर रोड पर रखकर जाम लगा दिया. करीब एक घंटे तक जाम लगा रहने से आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वहीं जाम की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मूलसिंह राणा, पुलिस उपाधीक्षक हवासिंह सहित भारी पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा.
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लोगों से समझाइश की गई, लेकिन लोगों का आरोप था कि पुलिस इसे हत्या का मामला ना मानकर हादसा मानकर चल रही है और मीडिया में जो भी रिपोर्ट दी गई है, वह पुलिस ने गलत दी है. काफी देर तक हंगामे की सूचना मिलने पर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंच गए और लोगों से समझाइश कर जाम खुलवाया.
गौरतलब है कि शनिवार देर रात रंजीत नगर स्थित एक शोरूम में एक युवक की गोली लगने से संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी. जिसमें पुलिस ने शोरूम में उपस्थित उसके तीन साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. पुलिस के अनुसार पूछताछ में तीनों लड़कों ने पुलिस को बयान दिए कि चारों दोस्त शोरूम के अंदर आपस में पिस्टल को लेकर मजाक कर रहे थे, तभी अचानक पिस्टल से फायर हो गया और गोली सीधे मृतक के सिर में जा लगी.
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गोली लगने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई. इसके आधार पर ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. बताया जा रहा है कि जो पिस्टल मौके पर पुलिस ने बरामद की है, वह अवैध है. साथ ही युवक के सिर में गोली लगी थी जो टार्गेटेड हो सकती है. दोनों ही एंगल पर पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध मान रही है.
हालांकि पुलिस हिरासत में लिए गए मृतक के तीन साथियों के बयानों के आधार पर इसे गैर इरादतन हत्या के एंगल से भी जांच करने में जुटी है. वहीं मृतक युवक के परिजनों द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर इसे हत्या के एंगल से भी जांच करने में जुटी है.